यूपी में माफिया के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत अतीक अहमद ही नहीं बल्कि उसके कई करीबियों को भी करोड़ों की चोट पहुंची है। अवैध तरीके से कमाई गई उनकी संपत्तियों पर भी बड़ी कार्रवाई की गई है। इनमें उसके रिश्तेदारों के साथ ही कई पूर्व करीबी भी शामिल हैं। पुलिस अफसरों का कहना है कि माफिया के कई अन्य नजदीकी लोगों का नाम भी इस सूची में शामिल है।
अतीक पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके तहत उसकी अवैध तरीके से बनाई गई संपत्तियों को कुर्क करने के साथ ही भवनों के जब्तीकरण की कार्रवाई भी की जा रही है। खास बात यह है कि इस कार्रवाई से उसके करीबी भी अछूते नहीं रहे।
उनकी भी अवैध तरीके से बनाई गई संपत्तियों पर पुलिस प्रशासन की ओर से कार्रवाई का चाबुक चलाया गया। अफसरों का कहना है कि मकसद यही है कि गिरोह के अवैध रूप से खड़े किए गए साम्राज्य को खत्म किया जा सके। उनका यह भी कहना है कि अतीक के जो भी मददगार रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इसमें गिरोह के सक्रिय सदस्यों के साथ ही पर्दे के पीछे रहकर माफिया के लिए काम करने वालों का भी नाम शामिल हैं। विकास प्राधिकरण और नगर निगम के सहयोग से ऐसे लोगों की अवैध तरीके से खड़ी की गई संपत्तियों को चिह्नित किया जा रहा है।
इनमें से कई के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा चुकी हैं और कई अन्य पर आगे कार्रवाई की जानी है। डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का कहना है कि माफिया के जो भी मददगार हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शासन की मंशा है की माफिया राज को खत्म किया जाए, और इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
इमरान, साढू- 5 सितंबर को उसके कब्जे वाले सिविल लाइंस स्थित मद्रास होटल को ध्वस्त कराया गया। कीमत करीब 15 करोड़ बताई गई।
मो. असद, अतीक के लिए काम करने वाला – 10 सितंबर को करेली में तीन करोड़ रुपये अनुमानित कीमत वाली असद की 10 बीघा जमीन पर हुई अवैध प्लाटिंग ध्वस्त कराई गई।
हमजा, रिश्तेदार- 11 सितंबर कोढ अतीक के चचेरे भाई हमजा की मेहंदौरी स्थित 10 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति पर बुलडोजर चलवाया गया।
अब्बास, अतीक के कारोबार की देखरेेख करने वाला- सिविल लाइंस स्थित अब्बास के बेशकीमती व्यावसायिक कॉम्पलेक्स को सील किय गया।
राशिद भुट्टो, शार्प शूटर- 26 व 27 सितंबर को लगातार दो दिनों तक हुई कार्रवाई के दौरान भुट्टो के करोड़ों के मकान व लॉज को गिरवाया गया।
कम्मू-जाबिर, पूर्व करीबी- कभी अतीक के दाहिने हाथ माने जाने वाले कम्मू-जाबिर भी कार्रवाई से अछूते नहीं रहे। उनके भी आलीशान मकान के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।