मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक रायलसीमा (आंध्र प्रदेश), कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के दूर-दराज के इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है.
सितंबर में भी बाढ़ के कोहराम से आधे भारत में तबाही ही तबाही दिख रही है. इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर और दक्षिण भारत के साथ ही पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में अगले 2 दिन के लिए भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. विभाग के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान के दूर-दराज के इलाकों में मंगलवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक रायलसीमा (आंध्र प्रदेश), कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के दूर-दराज के इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है. दक्षिण-पश्चिम अरब सागर पर 45-55 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है. ऐसे में मछुआरों को इन क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है.
बुधवार के लिए इन राज्यों में अलर्ट
बुधवार को भी ओडिशा, दक्षिण सुदूरवर्ती कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदुचेरी, कराईकल, केरल और माहे क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. विभाग के मुताबिक, इसी दिन जम्मू-कश्मीर के दूरदराज के क्षेत्रों, लद्दाख, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है. विभाग ने छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, असम, मेघालय, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप के लिए भी बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है.
अगस्त में बारिश ने तोड़ा 44 साल का रिकॉर्ड
मौसम विभाग के मुताबिक देश में अगस्त के महीने में पिछले 44 साल में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि देश में अगस्त के महीने में 27 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई जबकि एक जून से 31 अगस्त तक देश में सामान्य से 10 फीसदी अधिक बारिश हुई.
महाराष्ट्र में बाढ़ से तबाही
महाराष्ट्र के भंडारा और गोंदिया जिले में बाढ़ ने तबाही मचा दी है. वैनगंगा नदी उफान पर है और बाढ़ की वजह से भंडारा जिले के करीब 30 गांव जबकि गोंदिया के 58 गांव टापू बन गए हैं. मूसलाधार बारिश और बाढ़ में कई मकान जमीदोज हो गए हैं. मुंबई कोलकाता नेशनल हाईवे और नागपुर हाईवे को बंद करना पड़ा है. महाराष्ट्र सरकार ने मध्य प्रदेश पर बिना चेतावनी दिए संजय सरोवर से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ने का आरोप लगाया है.
महाराष्ट्र के चंद्रपुर में गोसीखुर्द बांध अपनी क्षमता से ज्यादा भर चुका है. लिहाजा बांध से पानी छोड़ना पड़ा है. इसकी वजह से जिले के 9 गांव टापू बन गए हैं. लोगों ने छतों पर शरण ली है. बाढ़ में हजारों हेक्टेयर फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए NDRF तैनात की गई है.
MP के पानी से गुजरात में बाढ़
मध्य प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश ने गुजरात में बाढ़ ला दी है. नर्मदा नदी में उफान की वजह से गुजरात में सरदार सरोवर बांध के 23 गेट खोल दिए हैं और 10 लाख क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है. इसकी वजह से भरूच जिले में बाढ़ के हालात बिगड़ रहे हैं. नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से वड़ोदरा के कई गांवों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. बारिश से पानी-पानी हुआ भोपाल
किसानों के नुकसान की होगी भरपाई
मध्य प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से राज्य के 14 जिलों में अब तक 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान होने के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को आश्वासन दिया है कि सरकार उनके नुकसान की भरपाई के हरसंभव उपाय करेगी.
बेतवा के रौद्ररूप से संकट
मध्य प्रदेश के विदिशा में बेतवा नदी अपना रौद्ररूप दिखा रही है. हाईवे पर पानी भरने से शहर का राजधानी भोपाल से संपर्क कट गया है. शहर के पार्क और श्मशान घाट भी बाढ़ में डूबे हैं. जबकि कई गांव भी बाढ़ से घिरे हुए हैं. लोगों के घरों में रखा अनाज बाढ़ के पानी में खराब होने से आने वाले दिनों में खाने-पीने की दिक्कत हो सकती है.
खरगोन और श्योपुर में नदियां उफान पर
मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में बाढ़ से हालात बुरे हो चले हैं. गांधी सागर बांध के गेट खोलने से पार्वती और चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इसकी वजह से श्योपुर-कोटा इंटर स्टेट हाईवे बंद करना पड़ा है. पार्वती नदी खतौली पुल के ऊपर से बह रही है जिससे नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. बाढ़ की वजह से श्योपुर का राजस्थान से सड़क संपर्क भी टूट गया है. जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. मध्य प्रदेश के खरगोन में मालन नदी उफान पर है. महेश्व विकासखंड के कई गांव में बाढ़ का पानी भर गया है जिससे रास्तों में अब नावें चल रही हैं.
यूपी के प्रयागराज में बाढ़
यूपी में घर छोड़ भाग रहे लोग
यूपी के बाराबंकी में सरयू नदी की लहरें लगातार जमीन को निगलती जा रही हैं. कटान की वजह से तराई के कई गांवों में दहशत है. नदी कई घरों को बहा ले जा चुकी है. डर के मारे नदी किनारे बसे गांवों के लोग घर खाली कर सुरक्षित स्थानों को कूच कर गए हैं.
गंगा के जलस्तर से पहाड़ों पर टेंशन
पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण गंगा नदी तेवर दिखा रही है. काशी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और धीरे-धीरे खतरे के निशान के करीब आ गया है. खतरे को देखते हुए जल पुलिस ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है अब दिन में 3 बार गंगा नदी में गश्त की जा रही है. जल पुलिस घाट किनारे बसे लोगों और सैलानियों को नदी से दूर रहने के लिए लगातार चेतावनी जारी कर रही है. हालांकि, दिल्ली में यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है और यह यहां खतरे के निशान से नीचे बह रही है.