रोडवेज की खटारा हो चुकी बसों से यात्रियों को जल्द निजात मिलने वाली है। प्रदेश मुख्यालय ने मार्च 2020 तक 550 नई बसें खरीदने का निर्णय लिया है। सभी जिलों से नीलामी की श्रेणी में आने वाली बसों की सूची मांगी है। अब तक 631 बसें नीलाम भी की जा चुकी हैं। नई बसें खरीदने के लिए दो बड़ी कंपनियों से करार किया जा रहा है। नई गाडिय़ों में साधारण के अलावा एसी बसें भी होंगी।
रोडवेज बसों के रिजेक्ट करने का यह है नियम
उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के नियम के मुताबिक किसी एक बस को 10 साल में 10 लाख किलोमीटर चलने के बाद नीलाम कर दिया जाता है। वहीं यदि किसी बस का इस अवधि के बीच में कानपुर भेजकर नवीनीकरण कराया गया तो इसके ठीक बाद उसे कम से कम चार साल में एक लाख किलोमीटर चलाना होता है। इस दशा में यदि किसी बस को आठवें साल में नवीनीकरण के लिए भेजा गया तो उसके अधिकतम संचालन की अवधि 10 के बजाए 12 साल हो जाती है। प्रदेश में रोडवेज की खटारा बसों से यात्री आजिज आ चुके हैं। एसी बसें भी यात्रियों को शत प्रतिशत सुविधा नहीं दे पा रही हैं। इसलिए अब बसें बदलने का निर्णय लिया गया है।
विशेष नजर के लिए
– 02 बड़ी कंपनियों से हो रहा बसें खरीदने को करार
– 631 बसें नीलाम भी की जा चुकी हैं अब तक
बोले, रोडवेज के अधिकारी
रोडवेज के मुख्य महाप्रबंधक (टेक्निकल) जयदीप वर्मा कहते हैं कि बसों की सूची आती रहती है और नीलामी का सिलसिला चलता रहता है। 550 बसें जो खरीदनी हैं उसमें एक कंपनी से एसी तो दूसरी से साधारण बसें 31 मार्च 2020 तक खरीद ली जाएंगी।