भारतीय टेस्ट बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे अपनी लगातार खराब फार्म की वजह से आलोचना झेल रहे हैं। अपनी फार्म में वापसी करने के लिए वो अपनी टीम मुंबई की तरफ से इस रणजी सीजन में खेलेंगे। रहाणे की कोशिश होगी कि वो इस घरेलू टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके फिर से भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करें। रहाणे पहले टेस्ट टीम के उप-कप्तान भी थे, लेकिन साउथ अफ्रीका दौरे से पहले उन्हें इस पद से हटा दिया गया था और अब ऐसी खबरें भी सामने आई कि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें टीम में नहीं चुना जाएगा और इसके बारे में बीसीसीआइ ने उन्हें जानकारी दे दी है।
अजिंक्य रहाणे का फार्म टेस्ट क्रिकेट में क्यों खराब हुआ इसके बारे में उन्होंने पहली बार खुलकर बताया। रहाणे ने कहा कि सच्चाई ये है कि जब आप पिछले 2-3 साल के लगातार सिर्फ क्रिकेट के एक ही प्रारूप (टेस्ट क्रिकेट) में खेल रहे हैं और रणजी क्रिकेट और अन्य घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन नहीं किया गया। ऐसी स्थिति में आप घर में बैठकर किस तरह से रन बना सकते हैं और इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी प्रैक्टिस कर रहे हैं और कितने नेट सेशन में हिस्सा ले रहे हैं। इन सबसे आत्मविश्वास हासिल नहीं किया जा सकता है। आत्मविश्वास गेम टाइम में और मैच में रन बनाने से आता है।
आपको बता दें कि पिछले दो साल से कोविड की वजह से घरेलू क्रिकेट का आयोजन नहीं किया गया था और रहाणे ने अपनी फार्म के लिए इसे जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने ये भी साफ किया कि बिना रेड बाल क्रिकेट खेले (घरेलू टूर्नामेंट) आप किस तरह से टेस्ट के लिए अपनी फार्म को बरकरार रख पाएंगे। जाहिर है रहाणे ने अपनी खराब फार्म के लिए सीधे तौर बोर्ड को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं इससे पहले सौरव गांगुली ने भी रहाणे और पुजारा से कहा था कि वो घरेलू क्रिकेट में कुछ रन बनाएं जो उनके लिए अच्छा रहेगा।