सामूहिक दुष्कर्म पीडि़ता ने बुधवार रात घर में ही फंदे पर झूलकर जान दे दी। परिजनों के मुताबिक जेल जा चुके आरोपित लंकेश का भाई हरदेव कश्यप मुकदमा लिखाने के बाद से ही पीडि़त परिवार पर फैसले का दबाव बना रहा था। वहीं, पुलिस घटना को प्रेम प्रसंग बता रही थी। यह दबाव पीडि़ता झेल नहीं सकी और घर में ही रस्सी के फंदे से मौत को गले लगा लिया।
दूसरे दिन पीडि़त पक्ष थाने पहुंचा तो पुलिस ने चार घंटे तक थाने में बैठाए रखकर आरोपितों से समझौते का दबाव बनाया। बाद में एसपी सिटी जितेंद्र श्रीवास्तव खुद थाने गए और मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही आरोपित की गिरफ्तारी भी कराई।