देश में चल रही चर्चाओं पर यदि यकीन किया जाए, तो केंद्र सरकार अगले साल जून में 2000 रुपए को बैन कर सकती है। सरकार ने बाजार में 2000 के नोट उतारा है, जिसका मकसद संगठित तरीके से काले धन को सफेद में बदलने वालों को पकड़ा जा सके। 500 रुपए के नोट को जानबूझ कर देरी से जारी किया गया। सरकार ने 8 नवंबर को पुराने 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इसके साथ ही 500 रुपए और 2000 रुपए ने नए नोट जारी करने की घोषणा की थी। हालांकि, रिजर्व बैंक ने केवल 2000 रुपए के नोट जारी किए हैं और 500 रुपए के नोटों को अच्छे सुनियोजित तरीके से सीमित मात्रा में जारी किया गया।
विभिन्न स्रोतों से मिल रही खबरों के अनुसार, सरकार ने पहले 2000 रुपए के नोट जारी किए और 500 रुपए के नोटों की खास मकसद से सीमित आपूर्ति की। अर्थशास्त्रियों ने प्रधानमंत्री को सलाह दी थी कि बड़े मूल्य की मुद्रा को बंद करने के बाद काले धन के जमाखोर प्रतिबंध नोटों को उच्च मूल्य वर्ग के नोटों में बदलकर सफेद करने की कोशिश करेंगे।
जब उनके पैसे सफेद हो जाएं, तो 2000 रुपए के नोटों को प्रतिबंध करके उन्हें एक और झटका देने की सलाह दी गई थी। ताकि राहत की सांस लेने से पहने वे एक बार फिर अपने काले धन को ठिकाने लगाने में लग जाएं।