बिहार के बक्सर जिले में जमीन मुआवजे की मांग कर रहे किसानों पर पुलिस के अत्याचार के बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। चौसा स्थित पावर प्लांट में बुधवार को किसानों ने घुसकर जमकर तोड़फोड़ और आगजनी कर दी। गुस्साये किसानों ने 9 गाड़ियां फूंक डाली, जिसमें 3 फायर ब्रिगेड, 4 पुलिस बस, 1 एम्बुलेंस व 4 बाइक शामिल है। तीन ट्रकों के साथ एक जेसीबी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके अलावा दर्जनों स्टाफ क्वार्टर को भी नुकसान पहुंचाया। किसानों के हमले में 5 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। डीआईजी डीएम, एसपी समेत कई आला अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं।
किसानों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने लाठियां बरसाकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ना शुरू किया। किसानों ने गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और उन्हें आग के हवाले कर दिया। पुलिस और किसानों के बीच पथराव भी हुआ है। कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए हवाई फायरिंग की गई है।
ये है विवाद
प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि चौसा में निर्माणाधीन पावर प्लांट के जमीन अधिग्रहण की एवज में किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिला है। वे इस अधिग्रहण के खिलाफ कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार देर रात बनारपुर गांव में पुलिस पहुंची और कुछ किसानों के घरों में घुसकर लोगों को बुरी तरह पीट दिया। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पुलिस चार लोगों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।
इसके बाद ग्रामीणों ने एकजुट होकर पुलिस को वहां से खदेड़ दिया। पुलिसिया अत्याचार के खिलाफ बुधवार सुबह पावर प्लांट के बाहर किसान जुटना शुरू हो गए। आक्रोशित किसानों ने भारी हंगामा कर दिया। वे अंदर घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे। इस बीच पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गई। फिलहाल मौके पर हालात चिंताजनक बने हुए हैं।