दिल्ली सरकार की व्यावसायिक शिक्षा शाखा की ओर से छात्रों के लिए प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया गया। ड्राइव में लगभग 1930 छात्रों ने भाग लिया। इसमें से 1806 छात्रों ने साक्षात्कार दिया। इसके बाद कुल 953 छात्रों का अलग-अलग कंपनियों में चयन किया है। ड्राइव में 33 नियोक्ताओं ने भाग लिया। इनमें से विभिन्न ट्रेडों ने छात्रों को अवसर प्रदान किए। साथ ही, राष्ट्रीय कौशल योग्यता रूपरेखा वाले स्कूलों को कवर किया है। मुख्य प्लेसमेंट ड्राइव का उद्देश्य छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करना था।
इस दौरान काउंसलिंग सेशन रखे गए, जहां छात्रों को बायो डेटा तैयार करने और मॉक साक्षात्कार के गुर सिखाए गए। इससे छात्रों को नौकरी के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद मिली। सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा के तहत साल-दर-साल नामांकन में वृद्धि देखने को मिल रही है। जहां सत्र 2022-23 में 2 लाख 35 हजार छात्र थे। वहीं, 2024-25 के मौजूदा सत्र में 4 लाख 26 हजार से अधिक लोगों को कौशल व व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। यह पिछले वर्ष 2023-24 की तुलना में 24 हजार छात्रों की वृद्धि है।
रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देना उद्देश्य
शाखा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि व्यावसायिक शिक्षा का प्राथमिक उद्देश्य छात्रों को दुनिया के काम के लिए तैयार करना है। इसमें कौशल अंतराल को पाटना और रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए व्यावसायिक शाखा ने 2, 4 सितंबर को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाताओं (वीटीपी), व्यावसायिक समन्वयकों और प्रशिक्षकों (वीटी) की मदद से प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया। पहल दिल्ली में चार रणनीतिक स्थानों पर आयोजित की गई थी, जिसमें पांच व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाता (वीटीपी) एंकर पॉइंट के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रमुखों को सभी छात्रों, अभिभावकों, सीएमसी सदस्यों के ध्यान में लाने का निर्देश दिया है ताकि अधिक समग्र शिक्षा को बढ़ावा और कौशल शिक्षा के महत्व को उजागर किया जा सके।