इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार सिंघल ने इविवि प्रशासन की लापरवाही की वजह से अपने पद से इस्तीफा दिया है। यह आरोप छात्रनेता सौरभ सिंह बंटी ने लगाया है।
कोरोना वायरस को कंट्रोल करने के विवि प्रशासन ने नहीं उठाया कोई कदम
बुधवार को छात्रों की आपात बैठक ऑनलाइन बुलाई गई। अध्यक्षता करते हुए सौरभ ने कहा कि कई बार सचेत करने के बावजूद इविवि प्रशासन कोरोना कंट्रोल के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। इसी का नतीजा है कि प्रो. सिंघल ने इस्तीफा दे दिया। प्रो. सिंघल ने 19 जून को पत्र लिखकर स्टेट मैनेजर से विभाग को सेनेटाइज कराने की मांग की पर इसे नजरअंदाज कर दिया गया।
शिक्षकों और कर्मचारियों के मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था नहीं
सौरभ ने आरोप लगाया कि कुलपति खुद चार श्रेणी की सुरक्षा में रहते हैं। जबकि, छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए न तो मास्क और न सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। विशाल सिंह रिशु ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय इंतजाम जल्द नहीं करता है तो आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान आयुष मौर्य, संदीप वर्मा, सिद्धार्थ सिंह, अवधनरेश पांडेय, अभिषेक सिंह, आशीष गुप्ता, शनि सिंह आदि अवस्थित रहे।
तनाव में इविवि के छात्र
इविवि के छात्र अभिषेक द्विवेदी ने बुधवार को विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने कहा कि 15 जून को परीक्षा समिति ने 17 अगस्त से परीक्षा कराने का फैसला लिया। इस फैसले से छात्र तनाव में हैैं। छात्र हित को ध्यान में रखते हुए फिर से इस फैसले पर विचार किया जाए और छात्रों को बगैर परीक्षा प्रोन्नत किया जाए। चेतावनी दी गई कि यदि इस पर पुनॢवचार नहीं किया गया तो छात्र अनशन पर बैठेंगे।