सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड करने से एक दिन पहले प्रोड्यूसर रमेश तौरानी और डायेरक्टर निखिल आडवाणी से कॉन्फ्रेंस कॉल की थी. तीनों एक संभावित स्क्रिप्ट पर बात की थी और सुशांत को यह आइडिया काफी पसंद आया था. जबसे ये खबर सामने तबसे इस पर तरह-तरह की खबरे देखने को मिली. लेकिन अब रमेश तौरानी ने इस पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एक शख्स की फीलिंग्स को एक प्रोफेशन कॉल के नजरिए से नहीं देखा जा सकता है.
रमेश तौरानीने एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में कहा,”पिछले कई दिनों में मेरे पास कई पत्रकारों से बहुत बार कॉल आ रह हैं और मुझसे सुशांत से हुई बातचीत के बारे में पूछ रहे हैं। तो इस बारे में मैं कुछ सीधे कुछ बातें बताना चाहता हूं.’ तौरानी ने 13 जून को हुई बात के कई अहम बातों को इंटरव्यू में रखा. उन्होंने कहा, “एक न्यूज चैनल के पत्रकार ने मुझसे 13 जून को दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर सुशांत के साथ हुई मेरी बातचीत के बारे में पूछ रहे थे.”
स्टोरी आइडिया पर हुई बात
रमेश तौरानी ने कहा, “मैंने उन्हें बताया कि मेरी बात हुई थी लेकिन मैं इस पर कोई कमेंट्स नहीं करना चाहता हूं. पत्रकार ने मुझे बिना बताए मेरी कॉल रिकॉर्ड कर ली थी इसलिए यह बताना जरूरी है कि उस दिन क्या हुआ था. मैंने और निखिल आडवाणी ने सुशांत को एक स्टोरी आइडिया बताया था. हम लोग एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर थे. इस कॉल में सुशांत के मैनेजर उदय भी शामिल थे.”
बहुत कम वक्त ले लिए हुई बात
तौरानी ने आगे कहा, “जिस पत्रकार का कॉल मेरे पास आया था, उसने मुझसे पूछा कि उस समय सुशांत के बारे में क्या महसूस हुआ. मुझे नहीं पता कि प्रोफेशनल कॉल पर आप किसी व्यक्ति के बारे में इस नतीजे पर कैसे पहुंच सकते हैं कि वह कैसा महसूस कर रहा था. हमारी बातचीत बहुत कम समय के लिए थी, शायद मुश्किल से 15 मिनट के लिए और सुशांत को हमारा आइडिया पसंद आया था और यह एक शुरुआती बातचीत थी. बस इतनी ही बात थी.”
न बनाए गलत थ्योरीज
इसके अलावा, रमेश तौरानी ने पत्रकारों से गलत सिद्धांतों को नहीं गढ़ने के लिए कहा. उन्होंने लोगों से न्याय व्यवस्था में विश्वास रखने के लिए भी कहा. उन्होंने पत्रकारों ने से बार-बार कॉल नहीं करने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि लोग सुशांत की आत्मा को शांति से रहने दें.