बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो डिप्टी के बीच इस वक्त जबर्दस्त ट्विटर वार चल रहा है. एक डिप्टी हैं बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी और दूसरे डिप्टी हैं जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर. नीतीश कुमार खुद जेडीयू के अध्यक्ष हैं.
प्रशांत किशोर ने सुशील मोदी पर ताजा हमले में कहा कि लोगों को कैरेक्टर सर्टिफिकेट देने में सुशील मोदी का कोई जोड़ नहीं है. पहले बोलकर कहते थे अब लिखकर कह रहे हैं कि नीतीश कुमार ने उन्हें डिप्टी सीएम बना दिया है. इनकी क्रोनोलॉजी भी बिल्कुल क्लीयर है.
प्रशांत किशोर ने सुशील मोदी का एक पुराना वीडियो भी ट्वीट किया है, जिसमें वो नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में सुशील मोदी यह कहते हुए दिख रहे हैं कि नीतीश कुमार अब खुद को बिहार का पर्याय समझने लगे हैं.
इससे पहले सुशील मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार के साथ यह विडंबना अक्सर रहती है कि अपनी उदारतावश वो जिनको फर्श से उठाकर अर्श पर बैठाते हैं, व ही उनके लिए मुसीबत बनने लगते हैं. उन्होंने किसी को अपनी कुर्सी दी, किसी को गैरराजनीतिक गलियों से उठाकर संगठन में ऊंचा ओहदा दिया और कितनों को राज्यसभा का सदस्य बनवाया.
प्रशांत किशोर ने सुशील मोदी पर उस समय तंज कसा है, जब जेडीयू ने अपने नेता पवन वर्मा और प्रशांत किशोर के खिलाफ एक्शन लेने के संकेत दिए हैं. बुधवार को पटना में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि ये दोनों नेता पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं.
उन्होंने दोनों नेताओं पर एक्शन लेने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करने की बात कही थी. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि शायद इन दोनों नेताओं ने अपना रास्ता बना लिया है. इसी वजह से पार्टी लाइन खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.