प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत पेरिस समझौते के मुताबिक काम करने को प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल है जिसका एक्शन पेरिस समझौते के लक्ष्य को हासिल करने के अनुरूप है. पेरिस समझौते में तय किया गया है कि पृथ्वी का तापमान 2 डिग्री से ज्यादा नहीं बढ़ने दिया गया है.
दिल्ली से गांधीनगर में माइग्रेटरी बर्ड्स पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ संरक्षण, हरित विकास मॉडल और दूरगामी सोच के साथ जीवनचर्या जैसे तरीकों के साथ लड़ रहा है.
पीएम ने कहा कि सर्दियों में भारत आने वाले पक्षियों के संरक्षण के लिए भारत कदम उठा रहा है. पीएम मोदी ने कहा, “मध्य एशिया के रास्ते से आने वाले प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए भारत ने एक एक्शन प्लान बनाया है. उन्होंने कहा कि भारत ये सुनिश्चित कर रहा है कि यहां विकास का मॉडल ऐसा हो जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान न हो.
जैव विविधता संरक्षण को लेकर भारत की ओर से उठाये गए उपायों की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास पृथ्वी के भूभाग का मात्र 2.4 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन भारत में दुनिया के ज्ञात जैव विविधता का 8 फीसदी हिस्सा उपलब्ध है.
पीएम ने कहा कि इस वक्त भारत में बाघों की आबादी लगभग 2970 है. उन्होंने कहा कि भारत ने बाघों की संख्या को दोगुना करने के लक्ष्य को 2022 से दो साल पहले ही हासिल कर लिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक सिंग वाला गैंडा असम उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पाया जाता है. भारत सरकार ने ऐसे गैंडों के संरक्षण के लिए 2019 में राष्ट्रीय संरक्षण कार्यक्रम लागू किया गया है.
उन्होंने कहा कि गिर के शेर भारत के लिए गर्व हैं भारत सरकार ने 2019 में एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए प्रोजेक्ट लॉन्च किया है. उन्होंने कहा कि आज भारत में एशियाई शेरों की संख्या 523 है