पोर्न फिल्मों पर देशभर में काफी बहस हो चुकी है। कुछ लोगों के लिए इसे बैन करना सही तो कुछ के लिए गलत है। पोर्न के इस बिजनेस में ऐसी क्या बात है जिससे ये इतनी चर्चाओं में रहता है। आइए जानते है पोर्न बाजार की कई चौंकाने वाली बातें…
उत्तर कोरिया में तो पोर्न देखने पर मौत की सजा है।
हर दिन के लगभग हर सेकेंड में करीब 3,00,00,000 लोग पोर्न देखते हैं।
पोर्न इंडस्ट्री में पुरुष स्ट्रेट पोर्न फिल्मों में काम करने के बजाए गे पोर्न फिल्मों में काम कर तिगुनी कमाई कर लेते हैं।
पोर्न देखते वक्त पुरुष का ध्यान पोर्न स्टार के चेहरे पर ज्यादा होता हैं न कि शरीर के किसी और अंग पर।
सेक्स करने के बाद ये सब महसूस करती है आप, जानकर नही कर पायेगें यकीन…
यूनाइटेड स्टेट्स में हर 39वें मिनट पर एक नई पोर्न फिल्म बनाई जाती है
अमरीकी लोग ऑफिस में भी देखते हैं पोर्न। ऑडस्टफमैगजीन.कॉम के अनुसार 20 प्रतिशत अमरीकी दफ्तर में भी पोर्न देखा करते है।
पोर्न का बाजार दुनिया का सबसे बड़ा और कमाई करने वाला बाजार है।
अमेरिका इंटरनेट और डीवीडी के लिए पोर्न फिल्में बनाने में सबसे आगे है, जबकि दूसरे नंबर पर जर्मनी है।
पोर्न से जुड़ा ‘टीन’ शब्द दुनियाभर में सबसे ज्यादा इंटरनेट पर सर्च किया जाता है। जबकि अमेरिका में टीन के अलावा ‘क्रीमपाई’ शब्द भी काफी फेमस है।
इंटरनेट पर आधे से ज्यादा साम्रगी पोर्न या उसी से जुड़ी होती है। शोध ये भी बताते हैं कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले कम पोर्न देखती हैं।
कुछ शोधों में पाया गया है कि किशोर-किशोरियां असल सम्बंध लाइफ के बारे में जानने के लिए पोर्न देखते हैं।
गूगल ट्रेंड ने एक रीसर्च में पाया कि 2005 से 2013 के बीच ‘टीन पोर्न’ शब्द की सर्च तीन गुणा बढ़ी है।
मॉन्ट्रीयल विश्वविद्यालय की एक स्टडी में चौकाने वाली बात सामने आई कि ज्यादातर लड़कों ने 10 साल की उम्र में पहली बार पोर्न देखी।
पोर्न बाजार का रेवेन्यू भी नामी तकनीकि कंपनियों माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, अमेजॉन, ईबे, याहू और एप्पल से भी ज्यादा है।
पोर्न बाजार के अंतर्गत स्ट्रीट प्रॉस्टीट्यूशन, स्ट्रिप क्लब, फोन सम्बंध और पोर्न फिल्मे आती हैं।