बिहार: पुलिस ने बताया कि हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी संभावित बिंदुओं पर जांच कर रही है। हत्या के कारण का पता लगाने के लिए परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के देवढ़िया गांव में एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई है। पैक्स अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के चचेरे भाई 50 वर्षीय ओम प्रकाश सिंह की रात में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत फैल गई है। पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है।
दालान में सोए थे, सुबह खून से लथपथ मिला शव
जानकारी के मुताबिक, ओम प्रकाश सिंह रात में खाना खाने के बाद मवेशी खटाल के पास दालान में सोने चले गए थे। सुबह जब परिजन उन्हें जगाने पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि उनका बिस्तर खून से लथपथ है और वह मृत पड़े हैं। सिर में नजदीक से गोली मारी गई थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
एफएसएल टीम जांच में जुटी
मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ धीरज कुमार, स्थानीय पुलिस और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में रंजिश के कारण हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गांव में भय और आक्रोश
मृतक ओम प्रकाश सिंह गांव में किसान के रूप में जाने जाते थे। उनकी हत्या ने परिवार और गांव को सदमे में डाल दिया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं, इस घटना से ग्रामीणों में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
वहीं, सदर एसडीपीओ धीरज कुमार ने कहा कि हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी संभावित बिंदुओं पर जांच कर रही है। हत्या के कारण का पता लगाने के लिए परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। जबकि राजपुर थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि घटना के संबंध में परिजनों ने अब तक किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है और जल्द ही घटना की तह तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग
ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि इस घटना के दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सभी सबूतों का विश्लेषण कर अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। हालांकि यह घटना न केवल ग्रामीण क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि कानून-व्यवस्था को लेकर भी चिंताएं बढ़ाती है।