दिल्ली हिंसा के आरोपी पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के 6 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी हुई. ईडी ने ताहिर के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है. उस पर हिंसा में बड़े पैमाने पर फंडिंग का आरोप है. ताहिर की कई शेल कंपनियां है, जिनका इस्तेमाल हिंसा के दौरान फंडिंग करने में किया गया है.
क्राइम ब्रांच ने अपनी चार्जशीट में दिल्ली हिंसा में ताहिर हुसैन की फंडिंग का खुलासा किया था. हिंसा के पहले ताहिर हुसैन ने अपने अकाउंट से शेल कंपनी में पैसा डालकर निकाला था. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. इसके बाद आज दिल्ली और नोएडा में ताहिर हुसैन के ठिकानों पर छापेमारी की गई है.
बताया जा रहा है कि ईडी ने ताहिर हुसैन के दिल्ली स्थित घर और दफ्तर, पत्नी-बेटी से जुड़े नोएडा के कॉमर्शियल फर्म पर छापेमारी की है. छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों के कुछ जरूरी दस्तावेज मिले हैं. ताहिर हुसैन पर मार्च में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.
सूत्रों का कहना है कि ईडी के अधिकारी ताहिर हुसैन के उन पैसों के स्त्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनका इस्तेमाल कथित तौर पर दिल्ली हिंसा के दौरान किया गया था. दिल्ली पुलिस की जांच के मुताबिक, खजूरी इलाके स्थित ताहिर हुसैन की बिल्डिंग का इस्तेमाल पथराव और पेट्रोल बम बनाने में किया गया था.
हाल में ही दिल्ली पुलिस ने हिंसा पर अपनी चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें दावा किया गया था कि आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या में ताहिर हुसैन का हाथ था. हालांकि, ताहिर हुसैन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करता रहा है. उसका कहना है कि दिल्ली पुलिस ने ही दोबार उसकी जान बचाई थी.