उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीएम योगी के निर्देश पर अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य अफज़ल चौधरी को धोखाधड़ी और अवैध कामों के आरोप में गिरफ्तार किया है. अफज़ल पर बड़े-बड़े नेताओं का दर दिखाकर और अपने पद का दुरूपयोग कर, अधिकारीयों से अवैध कार्य करवाने का भी आरोप है. बताया जा रहा है कि अफज़ल इस तरह से डरा-धमकाकर अफसरों से पैसे भी निकलवाता था.
शनिवार को ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने चौधरी के लोनी स्थित उनके निवास पर छापा मारा, जहाँ से पुलिस ने चौधरी और उनके साथी कृष्ण कुमार को भी गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही उनके पास से 5 फर्जी सिम कार्ड भी बरामद हुए हैं. गौरतलब है कि 5 फरवरी को गाजियाबाद के BJP नेता अफज़ल चौधरी को अल्पसंख्यक आयोग का सदस्य नियुक्त किया था, लेकिन लगातार शिकायतें मिलने के बाद सीएम योगी ने अफज़ल को पद से हटा दिया था, अल्पसंख्यक आयोग के डायरेक्टर शेषमणि पांडेय ने गुरुवार को अफजाल चौधरी को पद से हटाए जाने का आदेश जारी किया था.
पद से हटाए जाने के तीसरे दिन ही पुलिस ने चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. चौधरी पर आरोप है कि वह अफसरों को फोन कर खुद को कभी BJP का बड़ा नेता तो कभी किसी राज्य का मुख्यमंत्री बताकर उन पर गैर कानूनी काम करने का दवाब बनाता था. एक बार अफज़ल ने खुद को गुजरात का पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला बताकर ग़ाज़ियाबाद की डीएम रितु माहेश्वरी पर एक ज़मीन विवाद को किसी व्यक्ति विशेष के पक्ष में करने की सिफ़ारिश की थी. इस तरह के और भी कारनामे अफज़ल द्वारा किए जाते रहे हैं, फ़िलहाल पुलिस अफज़ल के कुकर्मों का कच्चा चिट्ठा बनाने में लगी है.