भारतीय वायुसेना के विभिन्न लड़ाकू विमानों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी समूहों के शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। भारतीय वायुसेना ने यह कार्रवाई पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद की है। बताया जा रहा है कि इस हमले में 200 से 300 आतंकी मारे गए है। पाकिस्तान की सेना ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय वायुसेना ने मुजफराबाद सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) का उल्लंघन किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की सराहना करते हुये ट्विटर पर लिखा, “मैं भारतीय वायुसेना के पायलटों को सलाम करता हूं।”
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा,“वायु सेना के जाबाँज रणबांकुरों को नमन।”
वायुसेना के 10 से 12 मिराज लड़ाकू विमानों ने तड़के साढ़े तीन बजे मुजफ्फराबाद, बालाकोट और चकोटी जैसे क्षेत्रों में भारी बमबारी की जिसमें पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई कैंप पूरी तरह जमींदोज हो गये। इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में आतंकवादियों के मारे जाने की भी बात कही जा रही है।
रक्षा मंत्रालय और वायु सेना ने अभी इस कार्रवाई की पुष्टि नहीं की है लेकिन पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने कहा है कि भारतीय वायु सेना के विमानों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कार्रवाई की है। उन्होंने कहा है कि भरतीय विमान जल्दबाजी में खुले क्षेत्रों में बमबारी करके चले गये।
गौरतलब है कि पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 44 जवानों के शहीद होने के बाद देश भर में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ रही थी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आतंकवादियों ने बहुत बड़ी गलती की है और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इस हमले के दो दिन बाद ही वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोवा ने कहा था कि वायु सेना राजनीतिक नेतृत्व से निदेर्श मिलने पर किसी भी तरह की कार्रवाई के लिए पूरीतरह तैयार है।