उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में जलविद्युत बांध के निर्माण का प्रबंधन कर रही एक चीनी कंपनी के आवासीय शिविरों में भीषण आग लग गई। पुलिस ने कहा कि आग को पूरी तरह से बुझाने में पांच घंटे लगे और माना जा रहा है कि यह आग शॉर्ट-सर्किट के कारण लगी है।
उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में जलविद्युत बांध के निर्माण का प्रबंधन कर रही एक चीनी कंपनी के आवासीय शिविरों में भीषण आग लग गई। बुधवार को मीडिया में आई खबरों में इस बात की जानकारी दी गई है।
श्रमिकों के आवासीय शिविर में लगी आग
द डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, कोहिस्तान के बरसीन इलाके में दसू जलविद्युत परियोजना के गोदामों व चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों के आवासीय शिविर में मंगलवार तड़के आग लग गई। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने की कोशिश की। पुलिस ने कहा कि आग को पूरी तरह से बुझाने में पांच घंटे लगे और माना जा रहा है कि यह आग शॉर्ट-सर्किट के कारण लगी है।
चीनी इंजीनियरों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा
पुलिस ने बताया कि इस आग के कारण जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। ऊपरी कोहिस्तान के रेस्क्यू 1122 के जिला आपातकालीन अधिकारी खालिक दाद ने कहा आग की लपटों ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया और शिविरों और गोदामों को पूरी तरह से जलाकर राख कर दिया है। उन्होंने कहा कि चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को पास के सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
अधिकारी ने दिया जांच का आदेश
दसू डैम के महाप्रबंधक अनवारुल हक ने संवाददाताओं से कहा कि हमने घटना की जांच शुरू कर दी है और यह तीन दिनों में पूरी हो जाएगी क्योंकि यह हमारी मानक परिचालन प्रक्रियाओं का हिस्सा है। दुनिया न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में पाकिस्तान के जल मंत्रालय ने दसू बांध के निर्माण का ठेका चीन की गेझौबा ग्रुप कंपनी को दिया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि शिविर में चीनी इंजीनियर, सर्वेयर और मैकेनिक रहते हैं।