
प्रधान मंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कश्मीर मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए गंभीर विद्रोह और प्रतिक्रियाओं की चेतावनी दी। साथ ही कहा कि अगर अतंरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर चुप रहता है तो वह गुलाम कश्मीर (PoK) में मुसलमानों के एक और स्रेब्रेनिका जैसा नरसंहार की अनुमति दे देगा।

खान का ये संदेश भारत के स्वतंत्रता दिवस पर आया, जिसे पूरे पाकिस्तान में काले दिन के रूप में मनाया जा रहा था। पाकिस्तान में समाचार पत्रों ने काले रंग के बॉर्डर के साथ खबरें छापी वहीं पाकिस्तान के पीएम इमरान खान सहित कई नेताओं ने अपने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरों पर काले रंग का बॉर्डर लगाया हुआ था। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने सरकारी भवनों पर लगे झंडों को भी आधे में उड़ाया। आतंकवादी समूह हिज्बुल मुजाहिदीन के 1,000 से अधिक समर्थकों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में मार्च किया, काले झंडे लहराए और भारत विरोधी नारे लगाए।
खान ने कहा कि क्या दुनिया एक और स्रेब्रेनिका जैसा नरसंहार (Srebrenica-type massacre) देखना चाहती है। क्या वह चाहते है कि पीओके से मुस्लमानों का सफाया हो जाए। खान ने लिखा कि अगर वह ऐसा करने की इजाजत देते है तो उसे मुस्लिम समुदाय में कट्टरपंथी विचारधारा और प्रतिक्रियाएं आएंगी।
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