कौन है शू किलिंग?
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के चीफ भी हैं. इसके बाद बारी आती है जनरल शू किलिंग की. यानी किलिंग पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के नंबर दो जनरल हैं. उन्हें चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग का बेहद करीबी माना जाता है. मीडिया रिपोर्ट की माने तो जिनपिंग के चीन की सत्ता संभालने के बाद से किलिंग का तेजी से प्रमोशन हुआ है. किलिंग चीनी सेना के सबसे ज्यादा अनुभवी जनरलों में से एक हैं. PLA के पांच थिएटर कमांड में चार की जिम्मेदारी वो संभाल चुके हैं. 5 जून को शू किलिंग को पश्चिमी थिएटर कमांड की सेना का हेड बनाया गया और इसके बाद ही गलवान घाटी में हिंसा देखने को मिली.
किलिंग का पाकिस्तान दौरा
जनरल किलिंग को लद्दाख सीमा विवाद सौंपने की सबसे बड़ी वजह है पाकिस्तान. पिछले साल जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के 20 दिनों बाद ही किलिंग ने पाकिस्तान का दौरा किया था. पाकिस्तानी जनरल बाजवा खुद किलिंग को रिसीव करने आए थे. उनका भव्य स्वागत हुआ था. इस दौरान पाकिस्तानी और चीनी सेना में कई अहम समझौते भी हुए थे. जनरल किलिंग ने पाकिस्तानी नेवी के हेडक्वार्टर का दौरा किया जहां उनको ऐसे गार्ड ऑफ ऑनर दिया जैसे खुद चीन के राष्ट्रपति आए हों. उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान से भी मुलाकात की थी.
रणनीति के तहत किलिंग को जिम्मेदारी
ऐसे में कहा जा रहा है कि जनरल किलिंग को सोची समझी रणनीति के तहत पश्चिमी थिएटर कमांड सौंपा गया. कहा जा रहा है कि जब लद्दाख में भारत ने सख्ती से चीन को जवाब दिया तो इस विवाद पर जिनपिंग को एक रिपोर्ट सौंपी गई. इसके बाद किलिंग को यहां की जिम्मेदारी दी गई. उम्र उनकी सिर्फ 57 साल है. यानी पिछले कमांडर से 5 साल छोटे.