सपना चौधरी ने जब से कांग्रेस में शामिल होने की बात को नकारकर भाजपा नेता मनोज तिवारी से मुलाकात की है तब से उनकी राजनीतिक पारी को लेकर चर्चा जोरों पर है। हालांकि सपना ने कांग्रेस में शामिल होने की बात को सिरे से नकार दिया है लेकिन आपको बता दें कि सपना चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने की पटकथा तो 9 महीने पहले ही लिखी जा चुकी थी और इसकी शुरुआत सपना ने ही की थी।
मालूम हो कि जून 2018 में सपना चौधरी राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलने उनके दिल्ली दफ्तर पहुंची थीं। उसी वक्त यह माना जा रहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में सपना चौधरी कांग्रेस के लिए प्रचार कर सकती हैं। तब उन्होंने ये बात कही थी कि वह कांग्रेस के लिए काम करना चाहती हैं।
10 जनपथ से निकलकर जब सपना ने पत्रकारों से बात की तो उनसे राजनीति में एंट्री के बारे में पूछा गया। इस बाबत जवाब देते हुए उन्होंने राजनीति में आने से जरूर इंकार कर दिया था पर कांग्रेस के लिए काम करने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने कहा था, उनकी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है। न ही राजनीति में आने का कोई इरादा है। मैं कोई भी राजनीतिक पार्टी ज्वॉइन करने नहीं जा रही। मैं एक सिंगर डांसर हूं, लोगों का मनोरंजन करती हूं। लोग मुझे पसंद करते हैं और मैं अपने काम के साथ खुश हूं।
सपना चौधरी ने साफ किया था कि वो सोनिया गांधी जी को पसंद करती हैं और चुनाव के समय उनकी पार्टी के लिए काम करना चाहती हैं। बात बस इतनी है। बेवजह लोगों ने इसे तूल दे रखा है, मैं सिर्फ काम करने की इच्छा के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलने के लिए गई थी। अगर कभी राजनीति में आऊंगी तो सीधा बताकर आऊंगी। इस बार की तरह बीते साल भी जब सपना कांग्रेस दफ्तर गई थीं तो भाजपाईयों ने उन पर अभद्र टिप्पणियां की थीं। यहां तक कि एक सांसद ने उन्हें ‘ठुमकेवाली’ तक कह दिया था। इस पर सपना ने कुछ ऐसा जवाब दिया था…
गौरतलब है कि बीते साल जब सपना कांग्रेस दफ्तर गई थीं तो भाजपा सांसद अश्विनी चोपड़ा ने कहा था कि, ‘कांग्रेस में ठुमके लगाने वाले जो हैं, वो ही ठुमके लगाएंगे, ये उनको देखना है कि ठुमके लगाने हैं या चुनाव जीतना है।’ इस पर सपना चौधरी ने कहा था, ‘जो सांसद ने कहा है, वह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। मैं इसके साथ खुश हूं, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अश्विनी चोपड़ा एक वरिष्ठ व्यक्ति हैं और वह उनसे माफी मांगने के लिए नहीं कहेंगी।’