इस साल 51 लाख विद्यार्थियों का इंतजार खत्म करते हुए सूबे के उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने लखनऊ स्थिति लोक भवन में प्रेस वार्ता के जरिए दसवीं और बारहवीं कक्षा के परिणाम जारी किए।
ऐसा पहली बार हुआ, जब यूपी बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के नतीजे प्रयागराज की बजाय लखनऊ से जारी हुए। परिणाम की घोषणा भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक की जगह माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने जारी किए।
गौरतलब है कि पिछले साल यूपी बोर्ड के दसवीं कक्षा का रिजल्ट 80.07 फीसदी रहा था। उससे पहले साल 2018 में दसवीं के परिणाम 75.16 फीसदी रहा था।
जबकि साल 2017 में 81.18 फीसदी, 2016 में 87.66 फीसदी और साल 2015 में दसवीं का परिणाम 83.74 फीसदी रहा था। वहीं, पिछले साल बारहवीं में 70.06 फीसदी विद्यार्थी पास हुए थे।
साल 2018 में बारहवीं कक्षा में 72.43 फीसदी और साल 2017 में 82.62 फीसदी रिजल्ट रहा था। उससे पहले साल 2016 में बारहवीं कक्षा का रिजल्ट 87.99 फीसदी और 2015 में 88.83 फीसदी रहा था।