बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनाव के लिए अपनी नीति में बदलाव करते हुए चौंकाने वाला फैसला लेते हुए बड़ी संख्या में मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं.
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में 14 मई को चुनाव होंगे. आपको जानकर हैरानी होगी कि पंचायत चुनाव में ग्रामीण क्षेत्र के लिए बीजेपी ने इस बार अल्पसंख्यक उम्मीदवारों पर दांव चला है और बीजेपी ने अल्पसंख्यक समुदाय से 850 से अधिक लोगों को टिकट दिए हैं.जबकि पांच साल पहले वर्ष 2013 में हुए पंचायत चुनाव में बीजेपी के सौ से भी कम उम्मीदवार अल्पसंख्यक समुदाय से थे. बीजेपी की इस कोशिश को टीएमसी ज्यादा महत्व नहीं दे रही है . तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी ने कहा,कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को टीएमसी पर पूरा भरोसा है.
जबकि दूसरी ओर बीजेपी की राज्य इकाई के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष अली हुसैन ने कहा कि यहां लगभग 30 फीसदी आबादी मुस्लिम है. मुस्लिम समुदाय भी अब समझ चुका है कि बीजेपी उनकी शत्रु नहीं है जैसा तृणमूल और अन्य दलों द्वारा दिखाया जाता है. बीजेपी में शामिल हुए तृणमूल के पूर्व नेता मुकुल रॉय ने मुस्लिम उम्मीदवारों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.