भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ममता बनर्जी पर हमला बोला है. नड्डा ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हिंदू विरोधी मानसिकता वाला बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति करती हैं. जेपी नड्डा ने बंगाल बीजेपी की कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने एक वर्चुअल मीटिंग में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
जेपी नड्डा ने कहा, ‘दिल्ली में बैठे लोकतंत्र के चैंपियन बंगाल की रक्त राजनीति पर चुप हैं. हमारे 100 कार्यकर्ताओं का तर्पण मैंने बंगाल मे किया था. बंगाल चुनाव में चुप नहीं बैठेंगे.’ नड्डा ने कहा कि ममता दीदी बंगाल के लोगों और उन योजनाओं के बीच बैरियर बन गई हैं जिससे जरूरतमंदों को लाभ हो सकता है. आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों के लिए 5 लाख के मेडिकल कवर का इंतजाम किया है. लेकिन बंगाल के 4.57 करोड़ लोगों तक इसका फायदा नहीं पहुंचा है. यह सिर्फ ममता दीदी के कारण हुआ है.
जेपी नड्डा ने आगे कहा, ”5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ लेकिन दुख के साथ कहना पड़ता है कि उसी दिन ममता दीदी ने पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन लगा दिया. करोड़ों लोगों की इच्छाओं को कुचलने का काम किया. ये अलग बात है कि 31 जुलाई को बकरीद में लॉकडाउन हटा लिया गया था.
पश्चिम बंगाल की जनता को मुख्यधारा में शामिल होने में ममता दीदी रोड़ा अटकाती हैं. आयुष्मान भारत योजना से गरीबों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है. लेकिन ममता दीदी बंगाल में 4.57 करोड़ गरीबों को इस स्वास्थ्य योजना से वंचित रखे हुए हैं.”
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि एक समय में बंगाल का विकास तीव्र गति से होता था. बीते दिनों स्वच्छ भारत मिशन की रैंकिंग में जो सबसे दूषित शहरों के नाम आए उसमें 8 नाम बंगाल के हैं.
ममता दीदी हर बात में कहती हैं कि ये काम नहीं हो सकते. मैं कहता हूं कि बंगाल में विकास के लिए सब कुछ होगा. श्रमिक भाई जब पश्चिम बंगाल में वापस आ रहे थे, तो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रोकने की कोशिश ममता सरकार ने की. ममता दीदी ने ट्रेन को कोरोना एक्सप्रेस कह दिया. ये ममता दीदी की मानसिकता को दर्शाता है कि उन्हें बंगाल के लोगों से प्रेम नहीं है.