केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के पक्ष में अब किसान भी आने लगे हैं. इसी क्रम में पश्चिमी यूपी की किसान सेना केंद्र के कृषि कानूनों के समर्थन में आई है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की किसान सेना से जुड़े करीब हजारों की संख्या में किसान कृषि कानून लागू होने के पक्ष में दिल्ली में एकत्र होंगे. किसान सेना के मंडल संयोजक गौरी शंकर सिंह ने बताया, “कृषि कानून के समर्थन में यूपी के ब्रज क्षेत्र के किसान दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन में शामिल होंगे. हम कृषि मंत्री को इस विधेयक के पक्ष में समर्थन पत्र देंगे. प्रदेश के मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद व हाथरस से करीब 20 हजार किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे.”
किसान सेना के हजारों की संख्या में सदस्य केंद्र के कृषि कानून के समर्थन में गुरुवार को दिल्ली पहुंचने के लिए गाजियाबाद तथा नोएडा की सीमा पर डेरा डाला है. अन्य जिलों के किसानों के साथ यह लोग किसान सेना के मंडल संयोजक गौरी शंकर सिंह के साथ मेरठ, बागपत, शामली व मुजफ्फरनगर जिलों के किसानों को भी लेंगे.
उन्होंने बताया, “हमने दिल्ली के मार्च के संबंध में अनुमति के लिए संबंधित अधिकारियों को लिखा है. अब तो गुरुवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने के लिए किसी भी हालत में करीब 20,000 किसान दिल्ली जाएंगे.” गौरीशंकर सिंह ने बताया, “कृषि सुधार विधेयक 2020 के समर्थन में ब्रज क्षेत्र तथा पश्चिमी यूपी में हजारों से अधिक किसान निजी वाहन या फिर ट्रैक्टर से गौतमबुद्धनगर जिले के महामाया फ्लाईओवर के पास एकत्र होकर दिल्ली के लिए कूच करेंगे. दिल्ली में सभी किसान कृषि सुधार विधेयक 2020 के समर्थन में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री को अपना समर्थन पत्र सौंपेंगे.”
इधर, बागपत क्षेत्र के किसान मजदूर संघ से जुड़े 60 किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कृषि भवन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि बागपत के किसानों ने मुझे केंद्र के कृषि कानूनों के समर्थन में एक पत्र दिया है. उन्होंने मुझे बताया है कि फार्म बिलों में संशोधन करने के लिए सरकार को किसी दबाव में नहीं नहीं आना चाहिए. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर वह इतने चिंतित होते, तो किसानों के लिए कुछ कर सकते थे, जब उनकी सरकार सत्ता में थी. कांग्रेस का चरित्र हमेशा किसान विरोधी रहा है.