पशु तस्करी पर रोक लगाने के लिए बीएसएफ द्वारा अब बांग्लादेश से लगी सीमा पर चौकसी कड़ी की जा रही है। बीएसएफ की नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर द्वारा 936 किलोमीटर लंबी बांग्लादेश सीमा पर फेंसिंग किनारे पांच फीट चौड़ी और चार फीट गहरी खाई खोदने का निर्णय लिया गया है ताकि तस्कर पशुओं को लेकर सीमा के पार न जा सकें। इससे बीएसएफ को भी निगरानी में सहूलियत होगी।
तस्करों पर नजर रखने के लिए जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है। देवी सरण सिंह, डीआइजी, बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय, खगड़ा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि सीमा पर तस्करी रोकने के लिए यह रणनीति बनाई गई है। सीमा पर बाड़बंदी और सीमा सड़क के निकट अपनी जमीन पर नालानुमा गड्ढे बनाए जा रहे हैं।
नालानुमा गड्ढे के कारण पशु आसानी से फेसिंग तक नहीं पहुंच सकेंगे। इसके अलावा तस्करों द्वारा पशुओं को गड्ढे को पार कराने की जुगत हुई तो ड्यूटी पर तैनात जवानों की नजर में वे तत्काल आ जाएंगे।
नदी-नाले वाले सीमा क्षेत्र में बाढ़ के दौरान अक्सर बाड़बंदी के बह जाने की समस्या बनी रहती है। इससे निजात पाने के लिए बीएसएफ की योजना बाड़बंदी के बीच धातु के पाइप लगाने की भी है। पाइप लगाने के बाद बाड़बंदी को पार करना पशुओं के लिए आसान नहीं होगा।