सुपौल के डीएम काैशल कुमार ने कहा कि भेजा-बकौर के बीच मरीचा के पास एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और नौ घायल हो गए। मामले की जांच चल रही है।
सुपौल में कोसी नदी पर बन रहे पुल का गार्डर गिर गया। हादसे में कई मजदूर दब गए। इनमें से एक मजदूर की मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। स्थानीय लोगों ने घायल सात मजदूरों को अस्पताल में भर्ती करवाया। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है। बतााया जा रहा है कि सुपौल के बकोर और मधुबनी जिले के बीच यह पुल बन रहा है। सुबह सात बजे अचानक पुल के पिलर नंबर 50, 51 और 52 के गार्डर भरभरा कर गिए गए।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश
इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि गार्डर के नीचे करीब 15 मजदूरों के दबने की आशंका है। इनमें से आठ लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि हमलोगों ने कहा था कि पुल की गुणवत्ता में काफी कमी है। हमलोगों ने इसका विरोध भी किया। लेकिन, पुल निर्माण कंपनी ने ध्यान नहीं दिया।
जिला प्रशासन ने कहा – नौ लोग घायल हुए
वहीं सुपौल के डीएम काैशल कुमार ने कहा कि भेजा-बकौर के बीच मरीचा के पास एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और नौ घायल हो गए। मामले की जांच चल रही है। निर्माण कार्य में लगी कंपनी से संपर्क किया जा रहा है। आगे की कार्रवाई चल रही है।
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देश का सबसे लंबा पुल का निर्माण
केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देश के सबसे लंबे पुल का निर्माण हो रहा है। परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से 1200 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 10.2 किलोमीटर से ज्यादा है। एप्रोच रोड मिलाकर पुल की कुल लंबाई 13.3 किलोमीटर होगी। पुल निर्माण का काम ट्रांस रेल कंपनी करवा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे के बाद कंपनी के अधिकारी और इंजीनियर मौके पर नहीं आए। लोगों का यह भी कहना है कि पुल का निर्माण 2023 तक पूरा होना था, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण पुल निर्माण का समय बढ़ गया।