पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने बीजेपी को एक और करारा झटका दिया है। बीजेपी के विधायक बिस्वजीत दास ने मंगलवार को टीएमसी जॉइन कर ली। उनके अलावा पार्षद मोनोतोष दास ने भी पार्टी की सदस्यता ले ली। इससे पहले सोमवार को ही तन्मय घोष ने बीजेपी छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया था। वह बिशुनपुर सीट से विधायक हैं। तन्मय घोष की तरह ही बिस्वजीत दास भी पहले टीएमसी में थे और अब फिर से घर वापसी कर ली है। उन्होंने बीजेपी छोड़ने को लेकर कहा कि मैं वह खुष नहीं था। मैंने बीजेपी में जाकर गलती की थी और वापस आना चाहता था।
टीएमसी से दो बार विधायक रहे दास ने विधानसभा चुनाव के पहले ही बीजेपी का दामन थाम लिया था। उन्होंने मुकुल रॉय के साथ ही बीजेपी जॉइन कर ली थी, लेकिन वहां शांतनु ठाकुर की लॉबी के साथ अकसर अनबन रहती थी। कहा जा रहा है कि मुकुल रॉय के एक बार फिर से टीएमसी लौटने और गुटबाजी के चलते दास ने टीएमसी का दामन फिर से थामा है। इसके अलावा वह बोनगांव सीट से विधायक बनना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें बागडा से लड़ने को कहा था। भले ही वह जीत गए, लेकिन यहां खुश नहीं थे।
कहा जा रहा है कि वह विधानसभा चुनाव से पहले ही पार्टी बदलने के मूड में थे। लेकिन मुकुल रॉय और अर्जुन सिंह ने उनसे कहा था कि यदि ऐसा कुछ करना भी है तो विधानसभा चुनाव के बाद ही करें। वहीं बिस्वजीत दास के पार्टी छोड़ने को लेकर बीजेपी ने कहा कि इससे बहुत ज्यादा असर नहीं होगा। फिलहाल बीजेपी के विधायकों की संख्या 72 हो गई है, जबकि विधानसभा चुनाव में उसके 77 मेंबर जीते थे।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में कुछ और विधायक भी पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। इनमें से ही एक दिनाजपुर के विधायक भी हैं। कहा जा रहा है कि वह टीएमसी के नेताओं के संपर्क में हैं और जल्दी ही बीजेपी छोड़कर पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि बीजेपी या टीएमसी की ओर से आधिकारित तौर पर इस बारे में कुछ भी कहा नहीं गया है।