लुधियाना, अवैध रेत खनन मामले में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर हनी को वीरवार देर रात एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) द्वारा गिरफ्तार करने के बाद माफिया में हड़कंप का माहौल है। अवैध रेत खनन के इस काले कारोबार में हनी के साथ रहे लोग भूमिगत हो चुके है, क्योंकि अब वह सभी ईडी की रडार पर आ चुके है। सूत्रों की मानें तो ईडी की रडार पर इस समय मोगा, पठानकोट, चंडीगढ़ व जम्मू में रेत का कारोबार करने वाले ठेकेदार भी आ चुके है।
सूत्रों के अनुसार रेत के अवैध कारोबार में हनी पर्दे के पीछे से उनके साथ था। आने वाले दिनों में ईडी इन एरिया में दबिश दे सकती है। ईडी की इस कार्रवाई के बाद लुधियाना में अवैध रेत का कारोबार से जुड़े लोगों में खलबली साफ दिखाई दी। दिन भर रेत कारोबार से जुड़े लोग इस दूसरे को फोन पर जानकारी हासिल करते रहे। क्योंकि हनी का एक घर लुधियाना के एसबीएस नगर में है, जबकि इस मामले एक अन्य नाम संदीप जोकि चर्चा में है वह भी लुधियाना का रहने वाला है।
2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने पकड़ा था अवैध रेत का काराेबार
गौरतलब है कि साल 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हवाई दौरे के दौरान चल रहे अवैध रेत के कारोबार को पकड़ा था। सीएम तुरंत डीजीपी पंजाब को रेत माफिया पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश जारी किए थे। पुलिस ने तुरंत हरकत में आते ही रोपड़ एरिया में कई खड्डों पर दबिश दी थी। थाना रोपड पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था। लेकिन जैसे इस मामले में जांच शुरू हुई तो कुदरतदीप सिंह का नाम सामने आया। कुदरतदीप सिंह के नाम पर मलकपुर रेत खड्ड थे।
कुदरतदीप सिंह सीएम के भांजे का दोस्त
कुदरतदीप सिंह सीएम के भांजे हनी का दोस्त है। लेकिन यह मामला दब कर रह गया, इसी दौरान ईडी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी। आखिरकार जैसे कुदरतदीप सिंह ने हनी के नाम का खुलासा किया तो 18 जनवरी को ईडी ने मोहाली, लुधियाना में दबिश दी। इस दबिश के दौरान ईडी में 10 करोड़ रुपये नगद, 10 लाख रुपये की रोलेक्स घड़ी सहित कुछ जरूरी दस्तावेज को बरामद किया था। इस मामले की जांच के दौरान ही ईडी ने वीरवार की देर रात को सीएम के भांजे हनी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद अब रेत माफिया में हड़कंप का माहौल है।