फगवाड़ा (जालंधर), पंजाब कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट को लेकर मारामारी बची हुई है। टिकट न मिलने से नााराज नेताओं ने बागी तेवर अपना लिए है और कई जगहोंपर तो पार्टी के उम्ममीदवारों के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। अब इसमें पंजाब महिला कांग्रेस भी शामिल होती दिख रही है। महिला कांग्रेस की नेताओं ने भी अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्च खोलने का ऐलान कर दिया हैै। पंजाब महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बलवीर रानी सोढ़ी ने तो सीधे – सीधे बगावत की धमकी दे डाली है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को कांग्रेस की बची आठ सीटों पर टिकट नहीं दिया गया तो वह इसके खिलााफ संघर्ष करेंगी।
बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अब तक 99 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है और अब आठ सीटों के लिए प्रत् याशियों की घोषणा होनी है। महिलाओं को बहुत कम संंख्या में कांग्रेस टिकट देने पर पंजाब महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बलवीर रानी सोढी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलााहै । वह राज्य में कांग्रेस की ओर से नाममात्र महिलाओं को प्रत्याशी बनाए जाने से खासी गुस्से में नजर हैं।
अर्बन एस्टेट स्थित अपने आवास पर महिला कांग्रेस की बैठक में पहुंचीं अलग-अलग शहरों से कांग्रेस की महिला नेत्रियों को संबोधित करते हुए रानी सोढी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तरह पंजाब में कांग्रेस का नारा ‘लड़की हूं-लड़ सकती हूं’ और धी पंजाब अपना हक लैणा जानदी ए..(पंजाब की बेटी अपना हक लेना जानती है। ) सार्थक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की दोनों प्रत्याशियों की सूची में महिलायों को कोई तवज्जो नहीं दी गई है। अगर बाकी आठ बची सीटों में महिलाओं को टिकट न दी गई तो अगली संघर्ष की रणनीति तैयार की जाएगी।
रानी सोढी ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत ¨सह चन्नी, पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू व पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज हरीश चौधरी ने उनका कोई पक्ष नहीं सुना। पहले उन्होंने सोचा था कि पंजाब कांग्रेस के महिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दूं, लेकिन अब मैं महिलाओं का हक लड़ाई लड़कर लूंगी।