पंजाब में कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस में उठी नाराजगी की चिंगारी रह-रह कर सुलग रही है। विधानसभा की कमेटियों से इस्तीफा देने के बाद राकेश पांडे, अमरीक सिंह ढिल्लों व रणदीप सिंह नाभा ने अब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है। इस मुलाकात में उन्होंने कैप्टन सरकार द्वारा वरिष्ठता को नजरंदाज किए जाने का दुखड़ा रोया। कैबिनेट विस्तार के बाद यह लगातार दूसरा मौका है जब अलग-अलग नाराज विधायकों ने राहुल गांधी तक अपनी बात पहुंचाई है।
कैबिनेट विस्तार के बाद ओबीसी और वाल्मीकि समुदाय के विधायकों में तो नाराजगी थी ही, बाद में तीन वरिष्ठ विधायक लुधियाना नार्थ के राकेश पांडे, अमलोह (फतेहगढ़ साहिब) के रणदीप सिंह नाभा और समराला (लुधियाना) के विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों भी खुलकर मैदान में आ गए थे। उन्होंने अपना गुस्सा विधानसभा की कमेटियों से इस्तीफा देकर जताया था।
थोड़े अंतराल पर पंजाब के नाराज विधायक पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर रहे हैं। राहुल भी इन विधायकों को पूरा समय देकर सुन रहे हैं। नाभा ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष के समक्ष विधायकों ने अपनी बात रख दी है। पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें भरोसा दिलवाया है कि इन गलतियों को ठीक किया जाएगा। हालांकि राहुल गांधी ने इसे ठीक करने को लेकर कोई समय सीमा नहीं दी है। राकेश पांडे ने भी पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात किए जाने की बात की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि राकेश पांडे पांच बार तो अमरीक सिंह ढिल्लों चार बार जीत चुके हैैं।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि नाराज विधायक भले ही शाहकोट उपचुनाव को लेकर शांत दिखाई दे रहे हों लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद वह पुन: सरगर्मी दिखाने के मूड में हैं। हालांकि नाराज विधायकों ने अपना एक्शन प्लान तैयार नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि वे एक-दूसरे से संपर्क बनाए हुए हैं। यहां बता दें कि कैबिनेट में जगह न मिलने की वजह से राजकुमार वेरका, संगत सिंह गिलजियां व सुरजीत सिंह धीमान भी नाराज चल रहे हैं।