जिले के एक गांव में एक ड्रग तस्कर के परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई। गांव में व ड्रग व शराब माफिया से जुड़े इस व्यक्ति पर पूरे क्षेत्र में नशे का रैकैट चलाने का आरोप है। हत्याएं व ड्रग व शराब माफिया से जुड़े ब्रिज लाल धत्तू के परिवार के पांच सदस्यों की हुई है। इससे गांव में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि ब्रिजलाल कुख्यात नशा तस्कर है और पूरे क्षेत्र में उसकी दशहत रही है। घटना पट्टी थाना क्षेत्र के गांव कैरों में हुई। हत्याएं आधी रात में की गईं। बता दें कि ब्रिज लाल की पत्नी रंजीत कौर को नशा बेचने के मामले में दस साल की सजा हुई थी और 20 दिन पहले ही उसकी जेल मे मौत हुई थी।
शराब माफिया से जुड़े व्यक्ति के परिवार के पांच सदस्यों की हत्या हुई, पत्नी की जेल में हुई थी
एक साथ पांच हत्याओं से इलाके में सनसनी और दहशत का माहौल पैदा हो गया। मारे गए लोगों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल पर डीएसपी कुलजिंदर सिंह , थाना प्रभारी अजय खुल्लर समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और शवों को कब्जे में ले लिया गया।
ड्रग तस्कर ब्रिज लाल धत्तू।
अभी तक यह खुलासा नहीं हो पाया कि हत्या की वजह क्या और वारदात को किन लोगों ने अंजाम दिया है, लेकिन माना जा रहा है कि हत्याओं का कारण शराब माफिया से विवाद है। बताया जाता है कि ब्रिज लाल धत्तू के खिलाफ अवैध शराब का कई मामले दर्ज है और उसके बेटे के खिलाफ भी ऐसे ही मामले दर्ज हैं।
मृतकों में ब्रिज लाल का कुंवारा लड़का , दो पुत्रवधू और नौकर भी शामिल
आधी रात में हुई इस वारदात में बदमाशों ने नशा तस्कर ब्रिज लाल धत्तू, उसके कुंवारे लड़के बंटी, पुत्रवधू अमन, जस्सी और एक नौकर गुरसाहिब सिंह की तेजधार हथियारों से हत्या कर दी। हत्या के समय ब्रिज लाल के दोनों शादीशुदा लड़के घर में नहीं थे। चौथे बेटे को पुलिस ने हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
घटनास्थल पर जांच करती पुलिस टीम।
ब्रिज लाल धत्तू के ख़िलाफ़ नशा तस्करी के दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे जबकि उसके चारों बेटे भी इसी कारोबार में जुड़े थे। उनके खिलाफ भी अलग अलग थानों में मामले दर्ज हैं। ब्रिज लाल की पत्नी रणजीत कौर को नशा तस्करी में दस साल की सजा हुई थी और अमृतसर की जेल में 22 मई को उसकी मृत्यु हो गई थी | कहा जाता है की ब्रिज लाल ने अपने दोनों बड़े शादीशुदा बेटों को किसी निजी नशा छुड़ाओ केंद्र में दाखिल करवाया था। इसका वे अक्सर विरोध करते थे और अक्सर अपने पिता के साथ झगड़ते रहते थे।
जानकारी के अनुसार, तीन-चार दिन पहले ब्रिजलाल ने उनको दोबारा कहीं दाखिल करवा दिया गया था | बुधवार की रात को साढ़े ग्यारह बजे ब्रिज लाल ने अपने नौकर गुरसाहिब सिंह को फोन करके तुरंत अपने घर आने लिए कहा। उस समय गुरसाहिब सिंह ने अपने परिवार को बताया कि ब्रिज लाल के घर में हंगामा हो रहा है। परिवार ने गुरसाहिब सिंह को वहां जाने से मना भी किया लेकिन वह नहीं रुका। ब्रिज लाल और उसके लड़के बंटी के शव एक करे में खून से सने पड़े थे। दूसरे कमरे में पुत्रवधू अमन और अन्य कमरे में छोटी पुत्रवधू जस्सी का शव फर्श पर शव पड़ा था।
साथ वाले कमरे में नौकर गुरसाहिब सिंह का शव पड़ा था। उसका गला बुरी तरह से काटा गया था। मरने वाली दोनों पुत्रवधू के चार मासूम बच्चों को हत्यारों ने कुछ नहीं कहा। रात भर शवों के साथ मासूम बच्चे लेटे रहे और सुबह पौने पांच बजे बच्ची परी ने पड़ोस आकर बताया कि रात को झगड़ा हुआ था और सारे सो गए हैं। इसके बाद हत्याओं के बारे में लोगों को पता चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने मौके पर ब्रिज लाल के छोटे बेटे को पूछताछ के लिए जब हिरासत में लिया। उस समय वह पूरी तरह नशे में झूम रहा था। बदमाशों ने घर के एक कमरे का सामान भी पूरी तरह से बिखेरा था, जिससे लगता है कि लूट का मामला भी की हो सकता है। एसएसपी ध्रुव दहिया और एसपी जगजीत सिंह वालिया भी मौके पर पहुंचे और मामले से जल्द पर्दा उठने की बात कही। दूसरी ओर मामले में अवैध संबंध की बात भी की जा रही है।
किसान की तेजधार हथियार से हत्या
दूसरी ओर, एक अन्य वारदात में थाना सदर पट्टी के गांव मुठिया वाला निवासी 40 साल के किसान संतोख सिंह का आधी रात को तेजधार हथियारों से हत्या कर दी गई। संतोख सिंह अपने ससुराल घर गांव वल्टोहा आया था। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया है। अभी आरोपितों के बारे में पता नहीं चल पाया है। हत्या के कारणों का भी खुलासा नहीं हुआ है। एसएसपी ध्रुव दहिया ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।