सहकारी धोखाधड़ी के मामले में नेपाल के गृहमंत्री रबी लामिछाने के खिलाफ जांच समिति के गठन को लेकर नेपाली संसद के निचले सदन में विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों के बीच हाथापाई हो गई। गुरुवार शाम को स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब सदन के अध्यक्ष देवराज घिमिरे ने नेपाली कांग्रेस के विरोध के बीच नेपाल के उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लामिछाने को मंच पर आमंत्रित किया।
सहकारी धोखाधड़ी के मामले में नेपाल के गृह मंत्री रबी लामिछाने के खिलाफ जांच समिति के गठन को लेकर नेपाली संसद के निचले सदन में विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों के बीच हाथापाई हो गई। गुरुवार शाम को स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब सदन के अध्यक्ष देवराज घिमिरे ने नेपाली कांग्रेस के विरोध के बीच नेपाल के उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लामिछाने को मंच पर आमंत्रित किया और बैठक को संबोधित किया।
गृह मंत्री लामिछाने पर उठ रहे सवाल
नेपाली कांग्रेस के सांसद सहकारी धोखाधड़ी की जांच और पीड़ितों के लिए न्याय के लिए एक संसदीय समिति के गठन की मांग को लेकर नारे लगा रहे थे। हफ्तों से सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे थे। कांग्रेस लाखों नेपाली रुपये की धोखाधड़ी में गृह मंत्री लामिछाने की संलिप्तता की जांच के लिए समिति बनाने की मांग कर रही है।
विपक्षी सांसद सदन में हंगामा मचाने लगे
सदन के अध्यक्ष द्वारा गृह मंत्री लामिछाने को संबोधन के लिए मंच पर आमंत्रित करने की घोषणा के बाद विपक्षी सांसद सदन में हंगामा मचाने लगे। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और कांग्रेस उपाध्यक्ष धनराज गुरुंग के बीच तीखी बहस भी हुई। बाद में दोनों पक्षों के अन्य सांसद भी इस विवाद में शामिल हो गए। उनके विरोध के बीच अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रपति कार्यालय से प्राप्त पत्रों को पढ़े जाने के बाद कांग्रेस विधायक काफी नाराज दिखे।
गृह मंत्री को अपनी सीट पर बैठने को कहा
इसके बाद अध्यक्ष ने गृह मंत्री को अपनी सीट पर बैठने को कहा और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। अगली कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे बुलाई गई है। मुख्य विपक्ष 10 मई को शुरू हुए सत्र के पहले दिन से ही संसद के बजट सत्र में बाधा डाल रहा है। हालांकि, विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति को सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को पेश करने की अनुमति दी थी।