ममता बनर्जी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में हिंदू, मुस्लिम, सिख इसाई हर समुदाय के लोग थे. उनके विचार भारत को संगठित रखने के थे, बांटने के नहीं. अंग्रेजों ने बांटो और राज करो की नीति अपनाई थी.
‘बीजेपी लोगों को बांटना चाहती है. मेरी लड़ाई देश के लिए है. ममता ने कहा कि केंद्र सरकार ने अबतक 23 जनवरी के दिन को सार्वजनिक अवकाश के तौर पर घोषित नहीं किया है. मैं मांग करती हूं कि इसे तुरंत किया जाना चाहिए.
ममता बनर्जी ने कहा कि नेताजी के जन्मदिवस की तारीख तो पता है लेकिन हमें अबतक ये नहीं पता है कि अंत में उनके साथ क्या हुआ और कहां हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उनकी लड़ाई के चलते उन्हें हटाया गया.
आज हम देख रहे हैं कि योजना आयोग को हटा दिया गया है और नीति आयोग बनाया गया है जबकि योजना आयोग नेताजी सुभाष चंद्र बोस का आइडिया था. हम मांग करते हैं कि इसे फिर से योजना आयोग बनाया जाए.
ममता बनर्जी ने कोलकाता पोर्ट का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा. ममता बनर्जी ने आजाद हिंद स्मारक बनाने का एलान किया और कहा कि आजाद हिंद स्मारक क्यों नहीं बनना चाहिए. केंद्र सरकार तो सेंट्रर विस्टा प्रोजेक्ट में बिजी है.
ममता बनर्जी ने शंखनाद की ध्वनि के साथ अपने रोड शो की शुरुआत की. इस दौरान हजारों के समर्थक ममता बनर्जी सड़कों पर नजर आए.