गांधी ने शुक्रवार को कृषि कर्ज से मुक्ति और फसल की डेढ़ गुना कीमत दिलाने के लिए कानून बनाने की मांग को लेकर आयोजित संसद मार्च में शिरकत करते हुए कहा कि मोदी सरकार के पास किसानों की बात सुनने का वक़्त नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समय देश में दो मुद्दे सबसे गम्भीर हैं। पहला युवाओं के रोज़गार का संकट और दूसरा किसान का संकट। लड़ाई किसान और युवाओं के भविष्य की है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार ने अपने 15 अमीर दोस्तों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का का कर्ज माफ कर सकते हैं तो करोड़ों किसानों का कर्ज माफ करने में उनको परेशानी क्यों है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार अब 12.5 लाख करोड़ रुपये का एनपीए माफ करने की योजना बना रही है। गांधी ने कहा कि आज किसान तोहफा नहीं अपना हक मांग रहा है। उन्होंने कहा कि आज हिन्दुस्तान के सामने दो बड़े मुद्दे हैं। एक मुद्दा किसान का भविष्य और दूसरा युवाओं के रोजगार का मुद्दा। उन्होंने कहा कि देश के 15 लोगों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए माफ किया गया है। अगर इनका कर्जा माफ हो सकता है, तो हिंदुस्तान के किसानों का कर्ज भी माफ किया जाना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कोई भी हिंदुस्तान के किसानों की आवाज चुप नहीं कर सकता। सरकार किसानों का अपमान करेगी तो सरकार को युवा किसान हटा देंगे। हम किसानों के साथ खड़े हैं। हमें आपके लिए जो भी करना हैं करेंगे। देश को युवाओं, महिलाओं और किसानों ने बनाया है। हम सब हिंदुस्तान के किसानों के साथ खड़े हैं।