निर्माण कार्यों के भुगतान और जांच निपटाने के एवज में रिश्वत लेना निवाड़ी जनपद पंचायत सीईओ को भारी पड़ गया। ग्राम पंचायत सरपंच पति द्वारा जैसे ही रिश्वत की राशि सीईओ को दी गई। वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने बंगले पर पहुंचकर हाथ धुला लिए। लोकायुक्त की इस कार्रवाई से पंचायत विभाग में हड़कंप मचा रहा।
गौरतलब है कि जनपद पंचायत निवाड़ी अंतर्गत ग्राम पंचायत टेहरका के सरपंच पति ग्यादीन अहिरवार द्वारा ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य कराए गए थे। ग्राम पंचायत टेहरका में एक वर्ष में कराए गए मनरेगा योजना अंतर्गत कार्यो के भुगतान और पंचायत की जांच निपटाने के एवज में जनपद पंचायत सीईओ हर्ष कुमार खरे द्वारा चार लाख रिश्वत की मांगी गई थी। इस बात की शिकायत ग्यादीन ने सागर लोकायुक्त से की थी। शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस ने पुष्टि की और फिर कैमिकल लगे हुए 1.20लाख रुपए आवेदक को थमा दिए।
मंगलवार को जैसे ही यह रुपए आवेदक ग्यादीन अहिरवार ने सीईओ हर्ष कुमार खरे को उनके बंगले पर थमाए। वैसे ही लोकायुक्त पुलिस की टीम वहां पहुंच गई। लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए ट्रेप कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान लोकायुक्त टीआई मंजू सिंह सहित अन्य मौजूद रहे.