नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के आयात को कम करना है तथा प्रदूषण कम करना है। हमलोग बायोफ्यूल, इथेनॉल, मेथेनॉल, इलेक्ट्रिक गाड़ियां, बायोडीजल, सीएनजी तथा यदि विवशता है तो एलएनजी तथा LPG का इस्तेमाल करेंगे। किन्तु पेट्रोल-डीजल की मोनोपॉली मतलब कि दादागीरी नहीं चलने देंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कितना प्रदूषण है। हम निरंतर चिकित्सकों के पास जाते हैं। 50 प्रतिशत बीमारी तो वायु प्रदूषण एवं जल प्रदूषण के कारण ही हैं।

वही केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इन्हीं वजहों से मेरा स्पष्ट मत है कि पेट्रोल-डीजल के ऊपर किसी देश की दादागीरी नहीं चलेगी। वैकल्पिक इंतजाम बनेगे। ग्रीन हाइड्रोजन, भविष्य का ईंधन है। भारत ग्रीन हाइड्रोजन, पूरी दुनिया में एक्सपोर्ट करने वाली सबसे बड़ी ताकत होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रीन हाइड्रोजन के लिए नई दिशा दी है। हमलोग वर्ल्ड लीडर होंगे। जैसे क्रूड ऑयल के केस में ये लोग अपने टर्म डिक्टेट कर रहे हैं, वैसे हिंदुस्तान ग्रीन हाइड्रोजन के केस में अपने टर्म डिक्टेट करेगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि हमलोग पेट्रोल तथा डीजल वाहनों का उपयोग कर देश में प्रदूषण फैला रहे हैं। हमें इस देश को तीनों तरह के प्रदूषण से बचाने की आवश्यकता है। हमारे लिए ऑटो मोबाइल सेक्टर बहुत अहम है। वर्तमान में इस सेक्टर का टर्न ओवर 7.5 लाख करोड़ है। GDP में इसका योगदान 7.1 प्रतिशत है। यह भारत का नंबर वन सेक्टर है जो 5 करोड़ व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध करवा रहा है। हमारी टीम इस सेक्टर को पूरी दुनिया में नंबर वन बनाने के लिए काम कर रही है। सभी प्रतिष्ठित कंपनिया भारत में उपस्थित हैं। मुझे भरोसा है कि अगले पांच वर्षों में हमलोग ऑटो सेक्टर में नंबर वन हो जाएंगे।
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