अपनी ही नाबालिग बेटी से दुष्कर्म और अबॉर्शन कराने वाले कलियुगी पिता को गेगल थाना पुलिस ने ग्यारह माह बाद गिरफ्तार कर लिया है। परिवार का मामला होने की वजह से पुलिस को तहकीकात करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने आरोपी को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है।
बगैर कानूनी इजाजत के नाबालिग का गर्भपात कराने वाले चिकित्सक पर भी पुलिस की नजर है। उसके खिलाफ भी पुलिस जांच में जुटी हुई है। गेगल थाना क्षेत्र में गत वर्ष अक्टूबर में नाबालिग से दुष्कर्म हुआ था। इससे वह गर्भवती हो गई। परिवार वालों ने मामले को दबाने के लिए उसका गर्भपात भी करा दिया। तीन महीने तक गेगल थाने में बलात्कार का मामला दर्ज नहीं किया गया।
जब अखबारों में मामला सामने आया तो गृह विभाग और पुलिस की नींद खुली, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप ने संज्ञान लेकर तुरंत पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप को तत्काल जांच के निर्देश जारी किए। इसके बाद गेगल थाना पुलिस सक्रिय हुई और आरोपी पिता की खोज शुरू हुई। लेकिन मामला परिवार का था और पूरा परिवार आरोपी को बचाने में लगा हुआ था, इस कारण पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी, आखिरकार 11 महीने बाद अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ गया।