नागरिकता संशोधन विधायक सोमवार देर रात लोकसभा से पास हो गया है. लोकसभा से पास होने के बाद पाकिस्तान ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है. अमेरिका की भी एक संस्था ने इस बिल के खिलाफ टिप्पणी की है.
अमेरिका और पाकिस्तान की टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता राम माधव ने कहा है कि नागरिकता बिल हमारा आंतरिक मामला है. अमेरिका और पाकिस्तान हमारे आंतरिक मामले में दखल देने वाले कौन होते हैं. विपक्षी पार्टियां भी नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध कर रही हैं, साथ ही इसे धार्मिक आधार पर लागू कराने को लेकर आपत्ति जता रही हैं.
बता दें कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की स्थायी समिति ने भारत के उस नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) से खुलकर असहमति जताई है, जिसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.
भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने इस विवादास्पद विधेयक को लोकसभा में पेश किया है.
इस विवादास्पद विधेयक पर एनवाईटाइम्स डॉट कॉम पर प्रकाशित एक आलेख पर टिप्पणी करते हुए सदन की विदेश मामलों की समिति ने ट्वीट किया, ‘धार्मिक बहुलता भारत और अमेरिका दोनों की बुनियाद का केंद्रीय तत्व है और यह हमारा एक प्रमुख साझा मूल्य भी है. नागरिकता का कोई भी धार्मिक पक्ष इस बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांत को कमजोर कर देगा.’