कर्ज में डूबी प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन जेट एयरवेज को एक और झटका लगा है. दरअसल, कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक नसीम जैदी ने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है.
आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. जेट एयरवेज की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी के गैर-कार्यकारी और गैर-स्वतंत्र निदेशक नसीम जैदी ने व्यक्तिगत कारणों और समय की कमी का हवाला देते हुए बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है.
शेयर बाजार को दी गई सूचना में जेट एयरवेज ने बताया, ‘‘ नसीम जैदी ने 21 अप्रैल को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने व्यक्तिगत कारणों और समय की कमी का हवाला देते हुए इस्तीफा सौंपा है. ’’ पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी अगस्त 2018 में जेट एयरवेज से जुड़े थे. नसीम जैदी नागर विमानन विभाग के पूर्व सचिव भी रह चुके हैं. इससे पहले 23 मार्च को बैठक में जेट एयरवेज के प्रमोटर व संस्थापक नरेश गोयल ने कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था.
8 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज
आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज पर 8 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज है. यही नहीं, जेट एयरवेज की उड़ान सेवाएं अस्थायी तौर रोक दी गई हैं. जेट एयरवेज संकट की वजह से करीब 23 हजार कर्मचारी प्रभावित हैं. इन कर्मचारियों को कई महीनों से सैलरी नहीं मिली है. हालांकि स्पाइसजेट ने जेट एयरवेज के 500 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्त किया है. कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इसमें 100 पायलट शामिल हैं. कंपनी ने कहा कि वह ऐसे और कर्मचारियों को नियुक्त कर सकती है.
राष्ट्रपति और पीएम मोदी से दखल की अपील
इस बीच जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने उनके वेतन और अन्य बकायों के भुगतान एवं एयरलाइन को फौरी मदद उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप का आग्रह किया है. सोसायटी फॉर वेलफेयर ऑफ इंडियन पॉयलट्स (एसडब्ल्यूआईपी) और जेट एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर्स वेलफेयर एसोसिएशन (जेएएमईडब्ल्यूए) ने दो अलग-अलग पत्र लिखकर अपने बकाया वेतन के भुगतान में मदद का अनुरोध किया है.
एक पत्र में कहा गया है, ‘हम आपसे इस मुद्दे पर तत्काल विचार करने और जेट एयरवेज प्रबंधन को प्रभावित कर्मचारियों के बकाया वेतन का तत्काल भुगतान करने का निर्देश देने का आपसे आग्रह करते हैं.’ पत्र के मुताबिक, ‘एयरलाइन को तत्काल धन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में तेजी लाने का आपसे आग्रह करते हुए हम कहना चाहते हैं कि इस चुनौतीपूर्ण समय में हर मिनट और हर निर्णय बहुत महत्वपूर्ण है.’