नवादा में ससुराल वालों ने एक गर्भवती विवाहिता को मारपीट कर जख्मी कर दिया। उसके बाद इलाज के दौरान ही पीड़ित महिला की मौत हो गई। यह आरोप मृतका की मां रंजना देवी ने ससुराल वालों पर लगाया है। बहरहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि मौत का कारण जांच का विषय है।
मृतका की मां ने स्थानीय थाली थाने में लिखित आवेदन देकर बताया कि उनकी बेटी स्नेहा कुमारी (36) का विवाह थाली थानाक्षेत्र के महुंगाई ग्राम के ललन पांडे के बेटे सत्यम कुमार से डेढ़ वर्ष पहले धूमधाम से की थी। शादी के कुछ दिन बाद मेरी बेटी स्नेहा कुमारी को ससुराल वाले प्रताड़ित और उससे मारपीट करने लगे। इसकी शिकायत मेरी बेटी हमें कई बार पहले भी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि उसके पति सत्यम पांडेय, ननद खुशबू देवी, ससुर ललन पांडेय और सास टुन्नी देवी ये सभी मिलकर प्रताड़ित करते थे। हमेशा ताने देते थे और गाली-गलौज करते थे। रंजना देवी ने आरोप लगाया कि दहेज को लेकर हमेशा ससुराल वाले उससे मारपीट तथा मानसिक और शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित करते थे। दहेज लाकर देने से मना करने पर जान से मारने की धमकी देते थे। मेरी बेटी स्नेहा कुमारी का हमसे सभी प्रकार का संपर्क भी छुड़वा दिया और हम लोगों से बातचीत भी नहीं करने देते थे। मेरी बेटी स्नेहा कई महीने से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही थी।
उन्होंने कहा कि उनकी बेटी स्नेहा सात महीने की गर्भवती भी थी। इसके बावजूद उसके साथ मारपीट और उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। 27 अगस्त को तीन बजे मैंने जब मेरी बेटी के पास फोन किया तो पता चला कि वह बहुत बीमार है। उसे इलाज के लिए पावापुरी अस्पताल भर्ती कराने के लिए ले जा रहे हैं। हम सभी पावापुरी पहुंचे तो देखा कि वह काफी गंभीर स्थिति में थी और रोते हुए कुछ बताना चाह रही थी। लेकिन उसके ससुर ने उसे डांट कर चुप करा दिया। पावापुरी से गंभीर स्थिति के कारण उसे पटना रेफर किया गया। पटना PMCH के जाने के दौरान स्थिति काफी नाजुक होने के कारण हमने बिहार शरीफ में ही दिखाने की कोशिश की। तब डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्नेहा की मौत होने के बाद से उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं।