मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले नरेंद्र सिंह सलूजा बीजेपी में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें सदस्यता दिलाई। कांग्रेस को यह झटका ऐसे समय पर लगा है जब राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा राज्य पहुंच चुकी है। कमलनाथ ने सलूजा को इंदौर खालसा कॉलेज सम्मान विवाद के चलते सभी पदों से हटा दिया था। विशेषज्ञों ने इसे राहुल गांधी की यात्रा के प्रभाव को कम करने के लिए ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है।
कमलनाथ के मीडिया समन्वयक थे सलूजा
कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले सलूजा पूर्व सीएम के मीडिया कोऑर्डिनेटर (समन्वयक) थे। उन्हें हाल ही में सभी पदों से हटाया गया था। दरअसल, इंदौर के खालसा कॉलेज में गुरु नानक जयंती के मौके पर कमलनाथ को जाना था, इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद इंदौर के रहने वाले सलूजा को उनके पद से हटा दिया गया था।
क्या है पूरा मामला
इंदौर के खालसा स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में कमलनाथ को सम्मानित किया गया था। कार्यक्रम में मौजूद कीर्तन गायक मनप्रीत सिंह कानपुरी ने कमलनाथ के जाते ही 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए आयोजकों को फटकार लगाई। हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर कमलनाथ का नाम नहीं लिया। इसके बाद सिख समुदाय के लोगों ने दूध और अमृतसर के पवित्र जल से खालसा स्टेडियम का शुद्धिकरण किया। फिर नेवर फॉरगेट 1984 का बैनर-पोस्टर लगाकर कमलनाथ को फांसी देने की मांग की। उनके खिलाफ नारे भी लगाए।