नोएडा सहित पूरे देश को दहला देन वाले निठारी कांड के सातवें मामले में आज सीबीआई कोर्ट ने गुनाहगार सुरेंद्र कोली को सातवीं बार मौत की सजा सुनाई।
सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने सुनवाई की पिछली तारीख पर ही कोली को दोषी करार दिया था। इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच कोली को अदालत में पेश किया गया। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने उसे सातवीं बार मौत की सजा सुनाई।
सीबीआई के वरिष्ठ लोक अभियोजक जे पी शर्मा ने बताया कि भारत के इतिहास में अपने आप में यह पहला ऐसा मामला है जिसमें किसी मुजरिम को अलग-अलग मामलों में सात बार फांसी की सजा हुई हो। अभी इस कांड से संबंधित नौ मामले लंबित हैं जिनमें फैसला आना है। सात मामलों में फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद आज पहली बार सुरेन्द्र कोली ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उसकी दलीलों को अदालत ने नहीं सुना। इसीलिए उसने सजा के कागजों पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।