मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में उत्तराखंड के योगदान का खाका नीति आयोग के समक्ष पेश किया। सीएम ने कहा कि दो साल के भीतर अकेले कृषि-बागवानी सेक्टर, मानसखंड मंदिर माला मिशन में ही डेढ़ लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे। राज्य में विभिन्न सेक्टर में 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश भी संभावित है। इससे भी राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को साकार करने और उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए ‘सशक्त उत्तराखंड 25’ की अवधारणा पर काम शुरू कर दिया गया है। पीएम गतिशक्ति योजना में गुजरात के बाद उत्तराखंड दूसरा राज्य है, जहां अधिकतम कार्य पूरा किया गया है।
प्रधानमंत्री के मार्ग दर्शन में बद्री-केदार धाम के पुनर्निर्माण का संकल्प शीघ्र साकार होने जा रहा है। कुमांऊ क्षेत्र के पौराणिक मंदिर तथा गुरुद्वारों को एक सर्किट में जोड़ने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन शुरू किया गया है। इस परियोजना से लगभग 50,000 परिवारों को प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से रोजगार का अनुमान है।
एक लाख को रोजगार मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार के सृजन के लिए 18000 पॉली हाउस एक साथ स्वीकृत किये गये हैं। इससे आगामी दो वर्षो में प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से लगभग एक लाख से अधिक रोजगार का सृजन होगा। पर्यटन नीति 2023 के अन्तर्गत लगभग 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश सम्भावित है। विदेशों में रोजगार के लिए सीएम कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना लाई गई है।