राफेल फाइटर विमान के भारत आगमन को लेकर जहां एक ओर सरकार ने विशेष तैयारियां की हैं तो वहीं धर्म की नगरी काशी के कालभैरव मंदिर में भी पांचों राफेल विमानों के सकुशल आगमन और सैन्य शक्ति में बढ़ोतरी के लिए विशेष पूजन किया गया.
कालभैरव मंदिर दरबार में जुटे पुजारियों ने बकायदा राफेल विमान की तस्वीर को रक्षासूत्र बांधकर मंत्रोचार के बीच रोली-अक्षत लगाकर आरती भी की.
पांच राफेल विमान के बेड़े का आज भारत के सैन्य शक्ति में जुड़ जाने से लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है. देश की सैन्य शक्ति ऐसे ही बढ़ती रहे इसी कामना के साथ धर्म की नगरी काशी के कोतवाल और बुरी नजर बाधा से दूर रखने वाले देवता बाबा काल भैरव के दरबार में पांचों राफेल विमान की तस्वीरों के साथ पुजारियों ने विशेष पूजन किया. इस दौरान पुजारियों ने तिरंगे के साथ ही राफेल की तस्वीरों और हाथों में रक्षासूत्र भी लिया था.
वैदिक मंत्रोचार और घंटों-घड़ियाल की गूंज के साथ पुजारियों ने भैरवाष्क के मंत्रोचार के बीच में पांचों राफेल की तस्वीरों को रक्षासूत्र भी बांधा. जिसके बाद लॉकडाउन से ही अब तक मंदिर बंद होने के चलते मंदिर के द्वार पर ही पांचों राफेल की तस्वीरों को रखकर रोली-अक्षत लगाया और फिर विशेष आरती भी की.
पूजन के दौरान पुजारी योगी योगेश्वर ने बताया कि बाबा काल भैरव के सानिध्य में भारत आने वाले पांचों राफेल विमान का शक्ति पूजन किया गया. शक्ति पूजन में काल भैरव के साथ ही साथ आकाश भैरव का भी पूजन किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत में राफेल आने का यह मतलब नहीं है कि हम अपने शत्रुओं को डरा रहे हैं, बल्कि हम अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं. ताकि शत्रुओं को हमारी शक्ति का एहसास हो.
योगी योगेश्वर ने बताया कि काशी में 52 प्रकार के भैरव हैं. जिसमें से आकाश भैरव भी एक है और आकाश भैरव की पूजा इसलिए यहां पर जरूरी हो जाती है क्योंकि उनका कार्यक्षेत्र आकाश का है. इसलिए काल भैरव बाबा के दरबार में पांच योगियों द्वारा आकाश भैरव का भी पूजन किया गया है. साथ ही यह भी कामना की है कि भारत की शक्ति यूं ही बढ़ती रहे और शत्रुओं की बुद्धि शुद्ध होती रहे.
उन्होंने बताया कि विशेष पूजन में बाबा काल भैरव के भस्म को राफेल की तस्वीरों पर लगा कर एक रक्षा कवच प्रदान किया गया है. क्योंकि भस्म भगवान शिव का प्रतीक है और काला धागा विष्णु का प्रतीक है और आरती ब्रह्मदेव का प्रतीक है. इसलिए हम सभी ने ब्रह्मा, विष्णु, महेश का आह्वान करते हुए यहां पर पूजन किया है. राफेल विमान की तस्वीर पर बांधे गए काले धागे में लगी 9 गांठें भी सभी नौ ग्रहों की गति को सही रखती हैं.
तो वहीं एक अन्य पुजारी रोहित नाथ योगेश्वर ने बताया कि इस विशेष पूजन के जरिए किसी भी प्रकार की दृष्टि दोष बाधा या बुरी नजर को दूर करने के लिए किया जा रहा है और भारत आने वाले पांचों राफेल विमान का उपयोग बेहतर तरीके से हो सके. इसके अलावा किसी भी विदेशी मुल्क की नजर या दृष्टि हमारे राफेल विमान पर न लग सके इसलिए भी एक पूजा की गई है.