पिछले डेढ़ साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे स्टार ऑलराउंडर सुरेश रैना ने भावुक होकर अपने दिल की बात कही है। उन्होंने कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भी भारतीय टीम से मुझे बाहर किया गया। उन्होंने बताया कि टीम से बाहर किए जाने के कारण वह काफी दुखी हुए थे लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में मौका मिला है, जिसका पूरा फायदा उठाने को तैयार हैं।
हिंदी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में रैना ने कहा, ‘मैं दुखी हो गया था क्योंकि अच्छा करने के बावजूद मुझे टीम से बाहर कर दिया गया, लेकिन अब मैंने यो-यो टेस्ट पास कर लिया है और मैं फिट महसूस कर रहा हूं। इतने महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के दौरान मेरी टीम इंडिया के लिए खेलने की इच्छा और मजबूत ही हुई है।
31 वर्षीय रैना ने कहा, ‘मुझे टीम इंडिया के लिए जितना लंबे समय तक हो, खेलना है। मुझे 2019 का वर्ल्ड कप खेलना है, क्योंकि मैं जानता हूं कि मैंने इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन किया है। मेरे अंदर अब भी काफी क्रिकेट बचा है और मुझे दक्षिण अफ्रीका में इन तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने का भरोसा है।’
रैना ने बताया कि पिछले डेढ़ साल से टीम इंडिया से बाहर रहने के बाद फैमिली ने काफी सपोर्ट किया। मैंने पत्नी और बेटी के साथ समय बिताया। वो समय बहुत शानदार था। देश के लिए जब भी खेला दिल से खेला है और जोश में खेला था। उन्होंने कहा कि मुश्किल था लेकिन यही पहचान है असली खिलाड़ी की।’
नंबर चार पर बल्लेबाजी करने को लेकर रैना ने कहा, ‘टी-20 मैच महत्वपूर्ण होंगे लेकिन 50 ओवर का अनुभव अंतर पैदा करेगा। जब उनसे पूछा गया कि आने वाले मैचों के लिए क्या प्लान कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, टीम अच्छा कर रही है मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले 3 मैचों में अच्छा करूं और अपनी जगह टीम इंडिया में पक्की करूं।’ बता दें कि रैना ने अभी तक टीम इंडिया के लिए 223 वन-डे और 65 वन-डे खेले हैं।