New Delhi: यह घटना मध्य प्रदेश की है जहां जेल में बंद एक महिला ने फांसी लगाकर जान दे दी। बता दें बुधवार को दो बेटियों की हत्या के आरोप में सेंट्रल जेल में बंद महिला बंदी ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह मानसिक तौर पर भी बीमार थी। एक साल से कोई परिजन भी उससे मिलने नहीं आ रहे थे। महिला बंदी द्वारा की गई खुदकुशी के मामले में जेल प्रबंधन ने दो महिला प्रहरियों मीरा पटवा और जयश्री बडोले को सस्पेंड कर दिया है।पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले बदले चीन के सूर, आपसी सहयोग के लिए काफी संभावनाएं
जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे ने बताया कि भगत सिंह केवट की पत्नी 36 वर्षीय सविता केवट दो बेटियों की हत्या के आरोप में जेल में थी। शाम सवा पांच बजे जब बंदियों को खाना दिया जा रहा था तभी वह जेल प्रहरियों से बोलकर गई कि खाना लेने जा रही है। कुछ देर बाद महिला बंदी के एक बच्चे ने शोर मचाया कि अंदर कमरे में भूत है। अन्य महिला बंदी और महिला प्रहरी मीरा पटवा और जयश्री बडोले महिला बैरक के अंदर की बने बच्चों के स्कूल में पहुंचीं तो सविता फंदे पर झूलती मिलीं।
गांधी नगर पुलिस के मुताबिक सविता का पति भगत सिंह केवट की किराने की दुकान है। गत 10 सितंबर की सुबह सविता ने 8 साल की बेटी कंचन और 3 साल की आरती की हांसिए से गला रेतकर हत्या कर दी थी। इसके बाद सविता ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी का प्रयास किया था।
सविता ने पुलिस को बताया था कि वह पेट दर्द से कई दिनों से परेशान थी। उसे कहीं से भी आराम नहीं मिल रहा था। उसके पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। ऐसे में उसे लगा था कि अगर वह मर जाएगी तो उसके बच्चों का क्या होगा? इसलिए उसने उनकी हत्या कर दी थी।