दिल्ली मेट्रो के तीसरे चरण की सबसे लंबी 58.59 किलोमीटर की पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार) को अब दो चरणों में खोला जाएगा। दो जगहों हसनपुर और त्रिलोकपुरी में जमीन अधिग्रहण विवाद के चलते मेट्रो ने यह फैसला लिया है। इस लाइन का पहला फेज मजलिस पार्क से लाजपत नगर इसी वर्ष सितंबर 2017 तक खोलने की डेडलाइन तय कर दी गई है।
पिकं लाइन पर दिसंबर 2016 तक 89.66 फीसदी काम पूरा हो चुका है। मगर इस लाइन पर दो जगह हसनपुर और त्रिलोकपुरी में सरकार को काम आगे बढ़ाने के लिए जमीन नहीं मिल पाई है। जमीन अधिग्रहण को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है।इसके अधिग्रहण को लेकर कोशिश जारी है। इसके चलते यहां आगे काम नहीं बढ़ पा रहा है। नतीजतन मेट्रो ने अब इस लाइन के एक सेक्शन मजलिस पार्क से लाजपत नगर खोलने की तैयारी है।
मजलिस पार्क से लाजपत नगर के बीच अप्रैल से ट्रायल भी शुरू किया
पहले सेक्शन मजलिस पार्क से लाजपत नगर के बीच आगामी अप्रैल से ट्रायल भी शुरू कर दिया जाएगा। दो चरणों में लाइन खुलने के चलते फिलहाल नॉर्थ दिल्ली की पूर्वी दिल्ली से सीधे कनेक्टविटी नहीं मिल पाएगी।मगर मेट्रो अधिकारियों की माने तो पहले चरण में जिस पहले सेक्शन को खोला जा रहा है, उसमें मेट्रो की सभी अलग-अलग लाइन पर चार इंटरचेंज होंगे। इससे इस सेक्शन के खुलने से मेट्रो सभी दूसरी लाइन रेड, यलो, ब्लू, वायलेट लाइन से कनेक्ट हो जाएगी।
पिंक लाइन अकेली ऐसी लाइन है जो कि सबसे बड़ी होने के साथ दिल्ली के चार इलाकों को सीधे आपस में जोड़ेगी। यह नॉर्थ दिल्ली के मजलिस पार्क, आजादपुर होते हुए पश्चिमी दिल्ली के इलाकों मोती नगर, राजौरी गार्डन, टैगौर गार्डन जा पाएंगे तो आगे यह लाइन साउथ दिल्ली भीकाजी कामा प्लेस, आश्रम, आईएनए, लाजपत भी जाएगी। आगे भी फिर सराय काले खां, हजरत निजामुद्दीन होते हुए मयूर विहार से लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली को आपस में जोड़ेगी।
फैक्ट फाइल:
58.59 किलोमीटर लंबी लाइन है।
39.47 एलिवेटेड लाइन है।
19.11 भूमिगत लाइन है।
38 मेट्रो स्टेशन कुल होंगे।
89.66 फीसदी काम पूरा।
08 इंटरचेंज इस लाइन पर है।