चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन के दौरान कई पर्यटन स्थलों की कार पार्किंग के पास ही ड्राइवरों को डोरमेट्री की सुविधा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की राज्यस्तरीय बैठक में अधिकारियों को ये निर्देश दिए।
पर्यटन सीजन के दौरान हजारों की संख्या में वाहन चालक राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित पर्यटन स्थलों में यात्रियों को यात्रा कराते हैं, लेकिन ठहरने की उचित व्यवस्था न होने से उन्हें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सीएम ने उनकी की सुविधा के लिए जल्द से जल्द डोरमेट्री की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य सचिवालय में हुई बैठक के दौरान उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के लिए क्रैश बैरियर बनाने में ढिलाई बरते जाने पर नाराजगी जाहिर की। कहा, ये कार्य पूरा हो जाना चाहिए था। राज्य में 15,758 किमी मार्ग पर क्रैश बैरियर लगाए जाने हैं, लेकिन अभी भी 4021 किमी पर क्रैश बैरियर नहीं लगाए जा सके हैं। उन्होंने अधिकारियों को ताकीद किया कि अवशेष कार्य चारधाम यात्रा शुरू से पूर्व पूरा हो जाना चाहिए। उन्होंने ताकीद किया कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
सड़क किनारे अतिक्रमण पर प्रभावी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने अफसरों को सड़क किनारे हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके लिए पुलिस, नगर निगम, एमडीडीए और जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई करें। जिलों में भी जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा सड़कों के किनारे लगने वाले अतिक्रमण को रोकने के लिए सघन अभियान चलाया जाए। यातायात प्रबंधन के लिए जो कैमरे लगाए गए हैं, उनका इंटीग्रेशन किया जाए।
नियम तोड़ने वालों को कड़ा सबक सिखाएं
उन्होंने सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत बिना लाइसेंस के वाहन चलाने, नशे में वाहन चलाने वालों और यातायात के अन्य नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने अधिक सड़क दुर्घटना वाले जिलों में दुर्घटना वाले स्थानों को चिह्नित करने के निर्देश दिए।
पाठ्यक्रम का हिस्सा बने सड़क सुरक्षा
सीएम ने कहा, सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लघु फिल्में बनाकर व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार हो। स्कूलों में भी सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरूकता की जानकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल की जाएं। बताया गया कि जिलों में चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्कों की स्थापना की जा रही है। पुलिस द्वारा ट्रैफिक आई-एप के माध्यम से जागरूकता, ट्रैफिक कार्टून बुक्स एवं जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
सुधार करने के बाद ब्लैक स्पॉट पर हो गई दुर्घटना
सीएम उन ब्लैक स्पॉट का सेफ्टी ऑडिट कराने के निर्देश दिए, जहां सुधार के बावजूद दुर्घटना हो गई। ऐसे 43 ब्लैक स्पॉट हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य में 165 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं, जिनमें से 129 का सुधार किया गया है एवं 29 के सुधारीकरण की कार्रवाई गतिमान है।