ऑल इंडिया मजलिस-ए-एत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी के हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर के जरिए हिंदुत्व मुद्दे को लेकर हमला बोला है. उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि हिंदुत्व का प्रचार करने वाले क्या आप सच में यकीन करते हैं कि यहां पर बहुसंख्यकों को सताया गया है? सच में अगर लॉजिकली डेटा देखें तो मुस्लिमों, आदिवासी और दलित समुदाय के लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ा है. यही असुरक्षा की भावना भारत को विनाशकारी रास्ते पर ले जाएगा.
ओवैसी इससे पहले गुरुवार को डिजिटल मंच पर बीजेपी के सांसद और फायरब्रांड नेता सुब्रमण्यम स्वामी के साथ दिखे थे. इस दौरान सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं बना रही है और संविधान भी इसकी अनुमति नहीं देता है. उन्होंने कहा कि जब तक बीजेपी हिंदुत्व की विचारधारा नहीं छोड़ेगी तब तक वह सत्ता में रहेगी.
उन्होंने कहा, ‘कई सालों से कांग्रेस हिन्दुओं को विभाजित करने और अल्पसंख्यकों को एक रखने में सफल रही और इसलिए वह समय समय पर बार-बार सरकार बनाने में सफल रही.’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कथित तौर पर आर्य द्रविड़, जाति इत्यादि के ‘निरर्थक’ ऐतिहासिक विचारों के आधार पर हिंदुओं को विभाजित किया. हिंदुत्व की विचारधारा के कारण बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. अगर हिंदुत्व की विचारधारा बनी रहेगी तो हम आगे भी चुनाव जीतेंगे. हमें आर्थिक प्रदर्शन से तब तक फर्क नहीं पड़ेगा जब तक यह बहुत ही ज्यादा खराब न हो जाए.
वहीं स्वामी का विरोध करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत की सुंदरता उसकी विविधता में है. उन्होंने कहा कि स्वामी, अपनी हिंदुत्व विचारधारा के लिए केवल उन लोगों की बात कर रहे हैं जो इस विचारधारा में यकीन रखते हैं. वह हिन्दुओं की भी चिंता नहीं करते.